मास्क में नमी होने से फैल रहा ब्लैक फंगस, हवा से भी फैल सकता है black fungus एक्सपर्ट ने बताए बचाव के उपाए

मास्क में नमी होने से फैल रहा ब्लैक फंगस, हवा से भी फैल सकता है black fungus एक्सपर्ट ने बताए बचाव के उपाए

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  • Publish Date - May 23, 2021 / 04:08 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:58 PM IST

नई दिल्‍ली। देश में कोरोना महामारी के बीच ब्‍लैक फंगस के कारण कई लोग अपनी आंखें खो चुके हैं, तो कई जान गंवा चुके हैं। इस बीमारी के मामले बढ़ते देख कई राज्‍य इसे महामारी घोषित कर चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ब्‍लैक फंगस के मामलों में हो रही बढ़ोतरी के पीछे बड़ा कारण मास्‍क में नमी का होना है।

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मास्‍क की गंदगी से आंख में फंगस
ब्‍लैक फंगस के पीछे मास्‍क में लगी गंदगी बड़ा कारण है, इसी कारण से इसके मामले बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक म्यूकोर मायकोसिस होने के पीछे लंबी अवधि तक इस्तेमाल किया गया मास्क भी हो सकता है। मास्क पर जमा होने वाली गंदगी के कणों से आंखों में फंगस इन्फेक्शन होने की संभावना बनी रहती है। साथ ही मास्क में नमी होने पर भी इस तरह का इन्फेक्शन हो सकता है।

कोविड-19 मरीज को इलाज के दौरान लंबे समय तक ऑक्सीजन देने के कारण भी यह फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। चूंकि कोविड मरीज को स्टेरॉयड की हाई डोज दी जाती है, इससे उसका शुगर लेवल बढ़ने से उसे ऐसे संक्रमण होने की आशंका खासी बढ़ जाती है।

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आंखों की लाली, डिस्‍चार्ज हैं शुरुआती लक्षण
इस बीमारी के आंख तक पहुंचने के शुरुआती लक्षण आंखें लाल होना, आंखों से पानी आना और कंजक्टिवाइटिस होने जैसे लक्षण हैं। बाद में आंखों में दर्द होता है और रोशनी चली जाती है। वैसे इस फंगस से इंफेक्‍शन होने की शुरुआत नाक से होती है। इसके कारण नाक से ब्राउन या रेड कलर का म्यूकस बाहर निकलता है। फिर यह आंखों में पहुंचता है और इसके बाद इसके ब्रेन, नर्वस सिस्टम तक पहुंचने से मरीज की मौत हो जाती है।

चूंकि यह फंगस वातावरण में पाया जाता है, लिहाजा बरसात के मौसम में ब्लैक फंगस फैलने की आशंका ज्‍यादा है। लिहाजा जरूरी है कि कोविड-19 से उबरे लोग रोजाना मास्क को डेटॉल में धोकर धूप में सुखाकर या प्रेस करके ही पहनें। इसके अलावा मास्‍क को अन्‍य कपड़ों के साथ न धोएं।

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कोरोना के साथ-साथ पूरा देश ब्लैक फंगस या म्यूकर मायकोसिस संक्रमण से जूझ रहा है। हर दिन इसके संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कई राज्यों ने तो ब्लैक फंगस को महामारी भी घोषित कर दिया है। देश में बढ़ते ब्लैंक फंगस के बीच एम्स के डॉक्टरों ने चेतावनी जारी की है कि म्यूकर मायकोसिस या ब्लैक फंगस हवा से भी शरीर में दाखिल हो सकता है।

एम्स के एंडोक्रिनोलॉजी और मेटाबॉलिज्म विभाग के प्रमुख डॉ। निखिल टंडन ने बताया कि ब्लैक फंगस फेफड़ों में घुस सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसकी संभावना बहुत कम होती है। लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि ब्लैक फंगस फेफड़ों में घुस सकता है। उन्होंने ब्लैक फंगस से लड़ने में मजबीत इम्यूनिटी को कारगर हथियार बताया है।

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हवा से भी फैल सकता है

ब्लैक फंगस या म्यूकर मायकोसिस हवा के माध्यम से भी फैल सकता है। इस बीच उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है, तो उसे कोई समस्या नहीं होगी। लेकिन अगर वो पहले से ही बीमार है तो यहखतरनाक भी हो सकता है। म्यूकर मायकोसिस फेफड़ों में प्रवेश कर सकता है। उन्होंने इसकी बहुत कम संभावना जताई है।

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मजबूत इम्यूनिटी वालों को फंगस का कम खतरा

विशेषज्ञों की माने तो मजबूत इम्यूनिटी वालों को ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि मजबूत इम्यूनिटी वाला शरीर खुद इस फंगस से लड़कर उसे हरा सकता है। इसका खतरा उन्हें ज्यादा है जिनकी इम्यूनिटी काफी कमजोर है। वैसे रोगियों को ब्लैक फंगस का खतरा ज्यादा रहता है।

देश में बढ़ रहे हैं संक्रमण के मामलेः पूरे देश में ब्लैक फंगस के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। कई राज्यों में इसके संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, यूपी, पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना, बिहार, और तमिलनाडु समेत कई और राज्यों ने पहले ही इसे महामारी घोषित कर दिया है। इन राज्यों में ब्लैक फंगस के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है।