बेंगलुरु/कलबुर्गी, 31 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने मंगलवार को कहा कि एक ठेकेदार की आत्महत्या के सिलसिले में उनके खिलाफ भाजपा के अभियान में सबूतों का अभाव है।
प्रियांक खरगे अपने गृह जिले कलबुर्गी में उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पोस्टरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। भाजपा बीदर जिले में ठेकेदार सचिन पांचाल की आत्महत्या के सिलसिले में खरगे पर निशाना साध रही है।
ठेकेदार सचिन पांचाल ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि राजू कपनूर ने उन्हें एक करोड़ रुपये के लिए परेशान किया। हालांकि कपनूर ने इन आरोपों से इनकार किया है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि कपनूर ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री खरगे का करीबी सहयोगी है।
पांचाल ने यह भी आरोप लगाया कि कपनूर ने भाजपा विधायक बसवराज मट्टीमाडु और कलबुर्गी में भाजपा के दो अन्य शीर्ष नेताओं तथा एक लिंगायत धर्मगुरु की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारों को सुपारी दी थी।
खरगे ने बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘उन्हें पोस्टर लगाने दें और अपने आरोप साबित करने दें। केवल पोस्टर लगाने से काम नहीं चलेगा।’’
उन्होंने कहा कि जब भाजपा सत्ता में थी, तो कांग्रेस ने ‘पे-सीएम’ पोस्टर अभियान चलाया था, क्योंकि इस बात के सबूत थे कि भाजपा 40 प्रतिशत कमीशन ले रही थी, लेकिन पांचाल मामले में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है।
चार जनवरी को भाजपा के प्रस्तावित आंदोलन के बारे में खरगे ने कहा कि जब वे उनके पिता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास का घेराव करने आएंगे तो वह उनका स्वागत करेंगे।
मंत्री ने कहा कि भाजपा उन्हें इसलिए निशाना बना रही है क्योंकि भाजपा ‘मनुवादी’ विचारधारा का पालन कर रही है, जबकि वह 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक बसवेश्वर और बी आर आंबेडकर में विश्वास करते हैं।
भाषा अमित अविनाश
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