प्रधानमंत्री मोदी की श्रीनगर रैली में शामिल नहीं होने देने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध

प्रधानमंत्री मोदी की श्रीनगर रैली में शामिल नहीं होने देने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध

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  • Publish Date - September 19, 2024 / 05:47 PM IST,
    Updated On - September 19, 2024 / 05:47 PM IST

(फोटो के साथ)

श्रीनगर, 19 सितंबर (भाषा) उत्तर कश्मीर के भाजपा समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने देर से पहुंचने पर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी रैली में शामिल होने से रोके जाने पर कुछ देर के लिए विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि उन्हें सोनावर स्थित शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि वे निर्धारित समय से बाद में वहां पहुंचे थे।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता ने कहा, ‘कई लोग तंगधार, फरकियान टॉप और बारामूला से आए हैं। गलती यह हुई हम समय पर यहां नहीं पहुंच सके। हम पूर्वाह्न करीब 10:45 बजे पहुंचे लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने हमें अनुमति नहीं दी।’

मोदी दोपहर बाद चुनावी रैली में पहुंचे लेकिन सुरक्षा कारणों से पूर्वाह्न 10 बजे ही रैली स्थल के द्वार बंद कर दिए गए थे।

उन्होंने कहा, ‘यहां आकर निराशा हुई। हमने पैसे खर्च किए, अपना काम छोड़ा क्योंकि हम मोदी को देखना और सुनना चाहते थे, लेकिन यह हमारे नसीब में नहीं था।’

कार्यकर्ता ने कहा, ‘भाजपा सरकार हमारी अपनी सरकार है और हम भाजपा कार्यकर्ता हैं। मैं त्रेहगाम विधानसभा क्षेत्र का उपाध्यक्ष हूं और मैं अपने कार्यकर्ताओं को दर्जनों वाहनों में यहां लाया हूं, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी जा रही।’

कुपवाड़ा के एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि वे दूर-दराज के इलाकों से आए थे और इसलिए देर हो गई क्योंकि उनके इलाके में सड़कें अच्छी नहीं हैं।

उन्होंने कहा, ‘हम दूर-दराज के इलाकों से हैं और ऐसी जगहों पर सड़कें नहीं हैं। अगर सड़क है, तो वाहन मिलना मुश्किल है और हमें पैदल चलना पड़ता है।”

उन्होंने कहा, ‘हम मोदी को देखने के लिए यहां आने को लेकर बहुत उत्साहित थे। मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं। हमें गेट पर ही रोक दिया गया।’

कुपवाड़ा के भाजपा जिला सचिव मुदासिर अहमद ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने रैली में आने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली है।

उन्होंने कहा, ‘हम अपनी जान जोखिम में डालकर यहां आए हैं। मैं 50 गाड़ियां लेकर आया हूं, लेकिन सड़क पर खड़ा हूं। हम मोदी जी की एक झलक पाने और उनकी बातें सुनने आए हैं।’

भाषा जोहेब माधव

माधव