भाजपा ने अमित शाह पर टिप्पणी के लिए पवार की आलोचना की

भाजपा ने अमित शाह पर टिप्पणी के लिए पवार की आलोचना की

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  • Publish Date - January 15, 2025 / 07:07 PM IST,
    Updated On - January 15, 2025 / 07:07 PM IST

नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) प्रमुख शरद पवार द्वारा अमित शाह पर की गई ‘तड़ीपार’ वाली टिप्पणी की आलोचना की और वरिष्ठ नेता से केंद्रीय गृह मंत्री के बारे में ‘गलत जानकारी’ फैलाना बंद करने को कहा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने मंगलवार को शाह की उस टिप्पणी की आलोचना की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत ने 1978 में उनके (पवार) द्वारा शुरू की गई विश्वासघात और छल की राजनीति को समाप्त कर दिया है।

उन्होंने वर्तमान में नेताओं के बीच संवाद की कमी पर अफसोस जताते हुए कहा था कि गृह मंत्री के पद की मर्यादा बरकरार रखी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पहले नेताओं के बीच सुसंवाद हुआ करता था, लेकिन अब वह गायब है।’’

पवार ने कहा, ‘‘इस देश ने कई बेहतरीन गृह मंत्री देखे हैं लेकिन उनमें से किसी को भी उनके राज्य से बाहर नहीं निकाला गया।’’ उनका इशारा सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में 2010 में शाह को दो साल के लिए गुजरात से बाहर निकाले जाने की ओर था। हालांकि, 2014 में शाह को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया था।

पवार पर पलटवार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘राकांपा नेता शरद पवार ने अमित शाह को ‘तड़ीपार’ गृह मंत्री कहा है। क्या आप जानते हैं कि उन्हें राज्य से क्यों बाहर किया गया था?’’

उन्होंने कहा कि गुजरात की एक अदालत ने शाह को किसी ‘लूट या चोरी’ के मामले में नहीं बल्कि सोहराबुद्दीन शेख की कथित फर्जी मुठभेड़ के मामले में गुजरात से बाहर रहने को कहा था। उन्होंने कहा कि शेख लश्कर-ए-तैय्यबा से संबंधित एक तस्कर था।

उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात की अदालत ने कहा था कि अगर मामले में निष्पक्ष जांच होनी है तो राज्य के गृह मंत्री (अमित शाह) को राज्य में नहीं रहना चाहिए। बाद में उच्चतम न्यायालय में मामले में वह (शाह) निर्दोष साबित हुए।’’

तावड़े ने कहा कि शाह ने पवार को विश्वासघाती कहा क्योंकि उन्होंने 1978 में धोखा दिया था।

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इसलिए, अगर कोई राजनीतिक टिप्पणी करता है तो खेल भावना से स्वीकार किया जाना चाहिए ना कि गलत सूचना फैलाई जानी चाहिए।’’

पवार के 1978 में 40 विधायकों वाली वसंतदादा पाटिल नीत सरकार से बाहर निकलने और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने की ओर इशारा करते हुए तावड़े ने पवार को ‘विश्वासघाती’ करार दिया।

तावड़े ने कहा, ‘‘आपके (शरद पवार) कार्यकाल में ऐसी बातें थीं कि दाऊद (इब्राहिम) से जुड़े लोगों ने आपके हेलीकॉप्टर से यात्रा की। जब आप मुख्यमंत्री थे तो दाऊद मुंबई चला रहा था।’’

भाजपा नेता ने पवार से पूछा कि यदि वी डी सावरकर केंद्र सरकार में मंत्री होते तो वह उनके खिलाफ ‘ऐसी टिप्पणी’ करते।

उन्होंने कहा, ‘‘अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी (आपातकाल के दौरान) जेल में थे और बाद में वे क्रमश: प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बने। क्या आप उनके बारे में भी ऐसी बातें कहते?’’

भाषा ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र माधव

माधव