मांड्या (कर्नाटक), 18 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया था कि वह राज्य में सरकार गिराने के वास्ते कांग्रेस विधायकों को दल बदलने के लिए 50 करोड़ रुपये की पेशकश कर रही है और अब उनकी पार्टी के एक विधायक ने सोमवार को आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी ने इस राशि को बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया है।
मांड्या से कांग्रेस विधायक रविकुमार गौड़ा (रवि गनीगा) ने दावा किया कि भाजपा ने कित्तूर के विधायक बाबासाहेब डी पाटिल और चिकमंगलुरु के विधायक एच डी थमैया से संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि उनके पास यह साबित करने के लिए ‘दस्तावेज और सबूत’ हैं कि भाजपा सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों को प्रलोभन देने की कोशिश कर रही है।
हालांकि, पाटिल और थमैया दोनों ने स्पष्ट किया है कि भाजपा या किसी और ने उनसे संपर्क नहीं किया या उन्हें पैसे या अन्य किसी चीज की पेशकश नहीं की गयी।
भाजपा ने कांग्रेस और उसके विधायक को चुनौती दी है कि वे दस्तावेज जारी करें और जांच कराएं।
रवि ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा को सरकार को गिराने और विधायकों को खरीदने की कोशिशें छोड़ देनी चाहिए। हमारा कोई भी विधायक ‘ऑपरेशन कमल’ के झांसे में नहीं आएगा। हमारे पास उनके प्रयासों को साबित करने के लिए दस्तावेज और सबूत हैं, हम जल्द ही उचित समय पर मीडिया के सामने इन्हें जारी करेंगे।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘चूंकि भाजपा के खिलाफ एक के बाद एक आरोप सामने आ रहे हैं, इसलिए उसके नेताओं को जेल जाने की चिंता सता रही है और वे किसी तरह सरकार बनाना चाहते हैं। वे पिछली सरकार के दौरान कमाए गए धन से इस सरकार को हटाना चाहते हैं, साथ ही केंद्र से भी धन मिल रहा है। जनता दल (एस) भी उनके साथ शामिल हो गई है।’’
कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि भाजपा करीब 50 विधायकों को प्रलोभन देने की साजिश रच रही है और इस तरह सरकार गिराना चाहती है। उन्होंने कहा कि उनमें से कोई भी पाला नहीं बदलेगा, क्योंकि वे सभी पक्के कांग्रेसी हैं।
गृह मंत्री जी परमेश्वर ने इन दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘सभी अच्छी तरह जानते हैं कि अब करोड़ों रुपये का कोई मूल्य नहीं है और कितनी भी राशि दी जा सकती है, लेकिन यह बात सच है कि इस तरह की कोशिशें जारी हैं और भाजपा इसके लिए जानी जाती है।’’
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस को चुनौती दी कि वे अपने पास मौजूद ऑडियो और वीडियो को जारी करें और जांच कराएं।
उन्होंने कहा, ‘‘ध्यान भटकाने के लिए, कांग्रेस ऐसी चीजों में लिप्त है, क्योंकि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया (एमयूडीए मामले में) फंस गए हैं…वे दस्तावेज जारी कर दिखाएं कि किसने करोड़ों रुपये की पेशकश की, भारत सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी…दस्तावेज जारी करें, जांच होनी चाहिए।’’
जोशी ने आरोप लगाया कि पिछली विधानसभा में कांग्रेस के कुछ विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्हें उनकी पार्टी और सिद्धरमैया ने भेजा था, ताकि एचडी कुमारस्वामी कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री नहीं रहें।
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि उनके (कांग्रेस) पास शासन करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं था, इसलिए भाजपा ने दलबदल करने वाले विधायकों को शामिल किया और सरकार बनाई।’’
जोशी ने कहा कि 2023 के चुनावों में लोगों ने कांग्रेस को स्पष्ट जनादेश दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी (भाजपा) का स्पष्ट रुख एक रचनात्मक विपक्ष के रूप में काम करने का है। अपनी खामियों और विफलताओं को छिपाने के लिए वे (कांग्रेस) बिना किसी दस्तावेज के ऐसे बेतुके आरोप लगा रहे हैं।’’
भाषा वैभव माधव
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