रांची, 25 फरवरी (भाषा) राज्य बोर्ड परीक्षाओं में कथित प्रश्नपत्र लीक को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों ने मंगलवार को झारखंड विधानसभा के अंदर और बाहर प्रदर्शन किया तथा मामले में सीबीआई जांच की मांग की।
झारखंड अधिविद्य परिषद (जेएसी) ने 20 फरवरी को कक्षा 10 की हिंदी और विज्ञान की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी थीं, क्योंकि प्रश्नपत्र कथित रूप से लीक हो गए थे और उनकी प्रतियां सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो गई थीं।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने “प्रश्नपत्र लीक” मामले को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया।
वरिष्ठ विधायक नवीन जायसवाल ने कहा, “सरकार इस मुद्दे पर सिर्फ दिखावा कर रही है। हम इसकी सीबीआई जांच चाहते हैं। सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।”
पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, भाजपा विधायक कथित प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग करते हुए आसन के समक्ष आ गए।
विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने सदस्यों से व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा कि यह मुद्दा पहले ही सदन के बाहर उठाया जा चुका है।
कुछ देर के हंगामे के बाद भाजपा नेता अपनी कुर्सियों पर लौट गए और सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई।
प्रश्नकाल के दौरान हटिया से भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने रेत की कमी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि रेत की कमी के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना और अबुआ आवास योजना के मकानों का निर्माण प्रभावित हुआ है।
आबकारी मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने रेत की कमी के दावे का खंडन किया और कहा कि राज्य सरकार उन लोगों को मुफ्त रेत उपलब्ध करा रही है जो आयकर के दायरे से बाहर हैं।
भाजपा के वरिष्ठ सदस्य सी.पी. सिंह ने जानना चाहा कि सरकार के वादे के मुताबिक कितने लोगों को मुफ्त बालू मिला।
प्रसाद ने बताया कि 573 लोगों को करीब 1.63 लाख घन फीट बालू मुफ्त में दिया गया।
भाषा प्रशांत पवनेश
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