कलेक्टर आवास के सामने लेट गए बीजेपी विधायक, बोले- एसपी मुझे मार डालेगा

कलेक्टर आवास के सामने लेट गए बीजेपी विधायक, बोले- एसपी मुझे मार डालेगा

  •  
  • Publish Date - April 7, 2021 / 12:08 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:50 PM IST

प्रतापगढ़। यूपी के प्रतापगढ़ में BJP के विधायक धीरज ओझा बुधवार को डीएम आवास पर धरने पर बैठ गए, विधायक का आरोप था कि पंचायत चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक एक शख्स को पांच महीने से मतदाता सूची में नाम नहीं जोड़ा जा रहा है, इसके अलावा कई और शिकायतें हैं, जिन पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, इसलिए वह धरने पर बैठे हैं।

ये भी पढ़ें: इतिहास में आज: विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना.. 7 अप्रैल के नाम दर्ज हैं और…

बीजेपी विधायक अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे थे तभी मौके पर डीएम और एसपी चुनाव दौरे से वापस आ गए, इसके बाद विधायक दफ्तर से बाहर निकले और अचानक जमीन में लेट कर विरोध प्रदर्शन करने लगे, इस दौरान विधायक ने एसपी द्वारा गोली मारने की धमकी देने का आरोप लगाया, डीएम के कार्यालय से विधायक फटे कपड़े में बाहर निकले, इसके बाद विधायक को डीएम ने खुद अपने पास बुलाया और बंद कमरे में विधायक और अफसरों के बीच बातचीत हुई।

ये भी पढ़ें: कोरोना के टूटे सारे रिकॉर्ड, देश में बीते 24 घंटे में 1,15,736 नए प…

विधायक धीरज ओझा ने बताया कि मैं डीएम आवास पर इसलिए धरने पर बैठा हूं, क्योंकि शिवगढ़ में दबंग आदमी के खिलाफ एक आमिर और उसकी पत्नी चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने वोटर लिस्ट से उनका नाम हटा दिया, वहां के बीएलओ भी लिख कर दे रहे हैं लेकिन ये मामले को लटका रहे हैं, राहुल यादव एसडीएम और सतीश त्रिपाठी अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने कोई जांच नहीं की और आज तक मतदाता सूची में नाम उसका दर्ज नहीं हुआ। उसका कहीं नाम नहीं है. पांच महीने से उसको प्रशासन दौड़ा रहा है. उसके परिवार को धमकियां भी मिलीं लेकिन वह कहा कि मैं चुनाव लडूंगा.

ये भी पढ़ें: मुख्तार अंसारी को लेकर बांदा जेल पहुंची पुलिस, 15 नंबर बैरक नया ठिक…

विधायक ने बताया कि इसके अलावा कई अन्य मामले हैं, जिनमें पत्र लिखने के बावजूद डीएम, एसपी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, तालाब कब्जा हुआ है, शिकायत हो चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, हमारी सरकार गुंडो पर कार्रवाई कर रही है, लेकिन यहां प्रशासन गुंडों को संरक्षण दे रहा है। 38 मुकदमे वालों को जिला बदर नहीं कर रही है, सब जगह चिट्ठी लिखी गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।