नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (भाषा) भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और आम आदमी पार्टी (आप) की कथित शह पर दिल्ली में रह रहे रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी नागरिकों के फर्जी मतदाताओं के 5,000 पन्नों का साक्ष्य सौंपा।
भाजपा के आरोप पर आप की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इस हफ्ते की शुरुआत में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने निर्वाचन आयुक्तों से मुलाकात की थी और आरोप लगाया कि भाजपा अगले साल फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले हजारों वोट (मतदाताओं के नाम) हटवाने की कोशिश कर रही है।
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मिलने के बाद, पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के फर्जी वोट होने के बारे में पार्टी के पास और भी सबूत हैं और दावा किया कि ऐसे वोट की संख्या लाखों में है।
प्रदेश भाजपा प्रतिनिधिमंडल द्वारा आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘हमारी पार्टी के बूथ स्तर के एजेंटों ने अवैध प्रवासियों के बारे में एक पैटर्न उजागर किया है, जिन्हें पिछले 10 वर्षों में दिल्ली की मतदाता सूची में शामिल कराया गया है।’’
भाजपा ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल से बांग्ला बोलने वाले प्रवासियों के रूप में ‘‘बड़ी संख्या में रोहिंग्या और बांग्लादेशी’’ नागरिक मतदाता के रूप में यहां पंजीकृत हैं।
पार्टी ने कहा कि यह स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है। फिर भी यह सच है कि इनमें से ज्यादातर लोग अवैध प्रवासी हैं और इसलिए भारत के नागरिक नहीं होने के कारण उन्हें मतदाता के रूप में पंजीकृत होने का अधिकार नहीं है।
सचदेवा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता ओम पाठक, केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज और पार्टी के प्रदेश महासचिव विष्णु मित्तल शामिल थे।
सचदेवा ने कहा, ‘‘आप अवैध रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को दिल्ली में शरण देकर उनका तुष्टीकरण करने में लगी हुई है। लेकिन भाजपा किसी भी रोहिंग्या या बांग्लादेशी को चुनाव में वोट नहीं डालने देगी।’’
भाषा सुभाष रंजन
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