नयी दिल्ली: अपनी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए बिहार की राजनीति और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह एकबार फिर केंद्रीय मंत्री बनाए गए हैं। भूमिहार जाति से आने वाले तेजतर्रार हिंदूवादी नेता गिरिराज सिंह ने लगातार दूसरी बार बेगूसराय लोकसभा सीट से जीत हासिल की है।
गिरिराज ने 2014 में बिहार की नवादा संसदीय सीट से पहली बार लोकसभा का चुनाव जीता था और 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी सीट बदलकर उन्हें बेगूसराय से टिकट दिया गया था। सिंह सीट बदलने से नाराज थे लेकिन उन्होंने 2019 के चुनाव में भाकपा के टिकट पर चुनाव लड़े कन्हैया कुमार को भारी अंतर से हराया था। इस बार अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और विपक्षी ‘‘इंडिया’’ गठबंधन में शामिल भाकपा के प्रत्याशी अवधेश कुमार राय को 81,480 मतों के अंतर से पराजित कर सिंह अपनी सीट बरकरार रखने में सफल रहे।
केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान, गिरिराज ने श्रम पर स्थायी समिति और संसद सदस्यों के वेतन और भत्ते पर संयुक्त समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया। नवंबर 2014 में जब मोदी कैबिनेट का पहला विस्तार हुआ, गिरिराज को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया। 2017 में उन्हें इसी मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया।
मई 2019 में वह नवगठित केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री बने। जुलाई 2021 में कैबिनेट फेरबदल के बाद वह नरेन्द्र सिंह तोमर की जगह केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बने। इससे पहले, गिरिराज ने 2005 से 2010 तक बिहार सरकार में सहकारिता मंत्री और 2010 से 2013 तक पशुपालन मंत्री के रूप में कार्य किया था।