Ashok Gehlot’s statement: अहमदाबाद (भाषा)| राजस्थान के मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने रविवार को आरोप लगाया कि जिस तरह ईद के लिए बकरे खरीदे जाते हैं, उसी तरह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्यों में चुनी हुई सरकारों को गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त कर रही है।
गहलोत ने कहा कि भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में धनबल का इस्तेमाल करके सरकारें गिरा दी थीं और राजस्थान में भी उन्हें सत्ता से हटाने की असफल कोशिश की थी। गहलोत का इशारा परोक्ष तौर पर उस समय के उथल-पुथल की ओर था जब गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने को तैयार प्रतीत हो रहे थे।
गहलोत गुजरात के साबरकांठा जिले के खेडब्रह्मा कस्बे में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। गुजरात में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र आठ नवंबर तक जारी किया जाएगा।
Ashok Gehlot’s statement: गहलोत ने कहा, ‘‘भाजपा के कृत्य लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं। वे राज्य सरकारों को गिराते हैं और विधायकों की खरीद फरोख्त करके अपनी सरकार बनाते हैं। चुनावी बांड के माध्यम से प्राप्त धन का उपयोग करके वे विधायक खरीदते हैं, जैसे लोग ईद के दौरान बकरा मंडियों से बकरा खरीदते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने पहले अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरायी और अपनी सरकार बनायी। कर्नाटक, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी यही हुआ। प्रत्येक विधायक को लगभग 35 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। हालांकि उन्होंने हाल ही में राजस्थान में ऐसा करने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके क्योंकि सभी विधायक एकजुट रहे।’’
उन्होंने हाल ही में खेडब्रह्मा से कांग्रेस विधायक अश्विन कोतवाल के सत्तारूढ़ भाजपा में दलबदल पर भी नाराजगी व्यक्त की। खेडब्रह्मा से पहले, गहलोत और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उत्तर गुजरात के बनासकांठा के वीरमपुर गांव में एक रैली को संबोधित किया।
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Ashok Gehlot’s statement: वीरमपुर रैली के दौरान, गहलोत ने कहा कि कांग्रेस 8 नवंबर को गुजरात के लिए अपने चुनावी घोषणापत्र की घोषणा करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी मुख्य रूप से मुफ्त स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसी सामाजिक सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम गुजरात में राजस्थान के सामाजिक सुरक्षा मॉडल को लागू करेंगे। हम प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा प्रदान करते हैं। हम एक मुफ्त रसोई भी चलाते हैं जहां किसी को भी 8 रुपये में भोजन मिल सकता है। 100 दिनों के बजाय, हम मनरेगा के तहत 125 दिनों के लिए रोजगार प्रदान करते हैं।’’