बलरामपुर, यूपी। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करना शुरू कर दिया हैं। इसी क्रम में पार्टी ने बीए तृतीया वर्ष की छात्र आरती तिवारी को बलरामपुर सीट अपना जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी घोषित किया है। हाल ही में संपन्न हुए जिला पंचायत सदस्य चुनाव में 21 साल की आरती तिवारी वार्ड नंबर 17 से निर्वाचित हुई हैं। एक युवा चेहरे को मौके दिए जाने पर जिला बीजेपी कार्यकर्ताओं में ख़ुशी की लहर है।
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लखनऊ
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में 65 से ज्यादा सीटें जीतने का टारगेट लेकर चुनावी मैदान में उतरी बीजेपी ने हर जिले के लिए अलग रणनीति बनानी शुरू कर दी है। जिला पंचायत सदस्य चुनाव में बीजेपी का टिकट न पाने के बावजूद चुनाव लड़कर जीत जाने वाले ‘बागियों’ की घर वापसी शुरू हो गई है। तीन जुलाई तक मतदान से पहले इन सभी को बीजेपी में शामिल करा लिया जाएगा और इन्हें फिर से पार्टी अपना लेगी।
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इसके साथ ही पार्टी ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत चुके पार्टी पदाधिकारियों को फिर से उसी पद पर सुशोभित करने का फैसला किया है। पार्टी ने चुनाव लड़ने के बाद इन सभी से इस्तीफा ले लिया था।
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ज्यादातर बागियों को जिलों में बीजेपी में शामिल कराया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी जिलाध्यक्ष के अलावा प्रभारी मंत्री को दी गई है। अब तक 300 से ज्यादा जीते बागी शामिल हो चुके हैं। वहीं बलिया में बीजेपी ने एसबीएसपी के ही जीते उम्मीदवार को शामिल कराकर अपना बना लिया है। अपना दल को दो जिला पंचायत के टिकट भी दे दिए हैं।
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इस बार सीधे प्रदेश से प्रत्याशियों की सूची घोषित न होकर जिलाध्यक्ष के माध्यम से चुपचाप जारी की गई। जिलों में पोस्टर और बैनर लगाने की भी मनाही कर दी गई। हर जिले में जिलाध्यक्षों ने सीधे प्रत्याशी और जिला पंचायत सदस्य की मीटिंग करवाने का फैसला किया है। यह बैठकें भी चल रही हैं।
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बीजेपी का हर जिले में सबसे ज्यादा फोकस निर्दलीयों और छोटे दलों के जीते हुए प्रत्याशियों पर है। जिला पंचायत सदस्यों की 3050 सीटों में एक तिहाई से ज्यादा निर्दलीय जीते हैं यानी इनकी संख्या एक हजार से ज्यादा है। इनमें बीजेपी के बागियों के अलावा एसबीएसपी, निषाद पार्टी, अपना दल जैसे दलों के प्रत्याशी भी शामिल हैं। बीजेपी इन्हें ही अपने पाले में लाकर चुनाव जीतने में जुट गई है।