गुवाहाटी/पणजी, दो जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की असम और गोवा इकाई ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद में हिंदू धर्म पर अपनी टिप्पणी से करोड़ों भारतीयों की आस्था और विश्वास को ठेस पहुंचायी है।
वहीं कांग्रेस ने अपने नेता का बचाव किया और दावा किया कि भाजपा गांधी को गलत तरीके से उद्धृत कर रही है और बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
राज्य में भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मनोज बरुआ ने एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा की आलोचना करने की कोशिश करते हुए राहुल गांधी ने करोड़ों भारतीयों की आस्था और विश्वास को ठेस पहुंचाई है।’’
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा था कि जो लोग स्वयं को हिंदू कहते हैं वे ‘‘हिंसा, नफरत’’ में लिप्त हैं। नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि वह भाजपा के लिये यह कह रहे थे।
बरुआ ने दावा किया कि कांग्रेस नेताओं ने पहले भी ऐसे बयान दिए हैं जिससे भारतीयों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने दावा किया, ‘इंडी अलायंस के नेताओं ने हिंदू धर्म की तुलना कोरोना, पक्षियों और कीड़ों से की है।’
बरुआ ने कहा, ‘लोकतंत्र में मतभेद होंगे और यही इसकी खूबसूरती है। लेकिन हम राहुल गांधी द्वारा अपनी राय व्यक्त करने के नाम पर सनातन संस्कृति का अपमान करने की निंदा करते हैं।’
भाजपा प्रवक्ता ने राहुल गांधी से भविष्य में लोकसभा में जिम्मेदाराना बयान देने का आग्रह किया।
वहीं पणजी में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मार्च निकाला। भाजपा नेता संकल्प अमोनकर ने आरोप लगाया, ”राहुल गांधी अक्सर हिंदुओं का अपमान करते रहे हैं। हम उनके व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। वह संसद में बचकाना व्यवहार कर रहे हैं और सभी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।”
भाजपा कार्यकर्ताओं ने बाद में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय के सामने राहुल गांधी का पुतला भी फूंका।
भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बबीता शर्मा ने दावा किया कि भाजपा नेताओं का एक वर्ग गांधी को गलत तरीके से उद्धृत करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘राहुल गांधी ने कहा था कि हिंदू धर्म में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और जहां भी भाजपा सत्ता में है, वहां नफरत और हिंसा व्याप्त है और उन्होंने (गांधी) जो कहा है, वह एक तथ्य है।’’
शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में उथल-पुथल है। उन्होंने मणिपुर का उदाहरण दिया जहां पिछले एक साल से जातीय संघर्ष जारी है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वे सोशल मीडिया अभियान के जरिये राहुल गांधी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हम नहीं चाहते कि सरकार हिंसा और नफरत फैलाने में लिप्त हो, उसे सद्भाव, शांति और भाईचारे को प्राथमिकता देनी चाहिए।’
शर्मा ने कहा कि गांधी के शब्दों को कार्यवाही से निकाल दिया गया है, लेकिन दुनिया ने उन्हें सुना है।
भाषा अमित जितेंद्र प्रशांत
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