सीताई (पश्चिम बंगाल), तीन नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक के काफिले पर पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में हमला हुआ, लेकिन पुलिस ने कहा कि यह एक ‘मामूली धक्का-मुक्की’’ थी क्योंकि कुछ लोगों ने उनके सामने काले झंडे लहराने की कोशिश की।
भाजपा ने कहा कि पिछले सप्ताह जिन भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया था, प्रमाणिक उनके घर जाने के लिए सीताई इलाके में थे। भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थकों ने प्रमाणिक के काफिले पर पथराव किया। आरोप को खारिज करते हुए टीएमसी ने दावा किया कि यह घटना भाजपा में अंदरूनी कलह का परिणाम हो सकती है। पुलिस ने कहा कि मंत्री के काफिले के लोगों और काले झंडे के साथ प्रदर्शन करने आए कुछ लोगों के बीच मामूली धक्का मुक्की हुई।
कूच बिहार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुमित कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘मंत्री के काफिले के लोगों और काले झंडे थामे लोगों के बीच तब मामूली धक्का-मुक्की हुई, जब काफिला सीताई थाना क्षेत्र से गुजर रहा था। धक्का-मुक्की के दौरान, कुछ मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त हो गईं। ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रित किया गया। हमने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।’’
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि प्रमाणिक के काफिले में 20 वाहन थे और मोटरसाइकिलों पर करीब 200 लोग उनके साथ जा रहे थे। उन्होंने बताया कि धक्का-मुक्की तब हुई जब कूचबिहार के सांसद प्रमाणिक के सामने करीब पांच लोगों ने काले झंडे लहराने की कोशिश की। मंत्री ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि अगर उनके काफिले पर हमला हुआ तो हमलावरों को ‘‘जवाब’’ मिलेगा।
प्रमाणिक ने कहा, ‘‘अगर वे मेरे काफिले पर हमला करते हैं, तो हम उन पर फूल नहीं बरसाएंगे। अगर वे हमला करते हैं, तो उन्हें जवाब मिलेगा।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘मैं यहां उन भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलने आया हूं जिन पर कुछ दिन पहले हमला हुआ था। हम अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हैं। हम यहां कोई राजनीतिक कार्यक्रम करने नहीं आए हैं। मैं सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों से मिलना चाहता था।’’
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि यह शर्मनाक और चिंता का विषय है कि पश्चिम बंगाल में एक केंद्रीय मंत्री पर ‘‘हमला’’ हुआ। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राज्य में यह आम बात है जहां विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर टीएमसी शासन द्वारा हमला करवाया जाता है और उनकी हत्या करा दी जाती है।’’
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘हमें नहीं पता कि वहां क्या हुआ, इसलिए केवल खबरों के आधार पर टिप्पणी करना सही नहीं होगा। लेकिन, मुझे नहीं लगता कि टीएमसी इसमें किसी भी तरह से शामिल है। हो सकता है भाजपा में अंदरूनी कलह की वजह से यह घटना हुई हो।’’
पिछले हफ्ते, उत्तर बंगाल विकास मंत्री और कूचबिहार के अनुभवी नेता, उदयन गुहा ने टीएमसी कार्यकर्ताओं से 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए भारी जीत सुनिश्चित करने के बाद प्रमाणिक की दाढ़ी मूंछें उखाड़ने के लिए कहा था।
हमले के बारे में पूछे जाने पर गुहा ने कहा, ‘‘इलाके में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।’’
भाषा आशीष मनीषा नरेश
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