इंफाल : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को घोषणा की कि एन बीरेन सिंह दूसरे कार्यकाल के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मणिपुर भेजी गईं सीतारमण ने कहा कि सिंह को सर्वसम्मति से पार्टी के राज्य विधायक दल ने अपना नेता चुना। पिछले 10 दिनों से जारी अनिश्चितता के बाद विधायक दल की बैठक और यह घोषणा हुई है, क्योंकि प्रतिद्वंद्वी नेता बीरेन सिंह और भाजपा के वरिष्ठ विधायक टी बिस्वजीत सिंह केंद्रीय नेताओं से मिलने के लिए दो बार दिल्ली पहुंचे, जिसे प्रतिद्वंद्वी खेमों द्वारा लामबंदी की कवायद के तौर देखा गया था। हालांकि, पार्टी के भीतर मतभेद का खंडन किया गया था।
Read more : नवरात्रि से बदल जाएगा इन दो राशि के जातकों का भाग्य, बरसेगी मां दुर्गा की विशेष अनुकंपा
सीतारमण ने कहा, ‘‘यह सर्वसम्मति से लिया गया एक अच्छा निर्णय है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि मणिपुर में एक स्थिर और जिम्मेदार सरकार हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र, पूर्वोत्तर राज्यों पर विशेष ध्यान दे रहा है।’’ सीतारमण तथा सह-पर्यवेक्षक बनाए गए केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रिजिजू राज्य में नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों की बैठक में भाग लेने के लिए रविवार को इंफाल पहुंचे।
Read more : स्व. रामनाथ वर्मा के नाम पर होगा भाटापारा का मोपका कॉलेज, सीएम भूपेश बघेल ने की घोषणा
केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव, भाजपा के राज्यसभा सदस्य लैशेम्बा सनाजाउबा और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी महत्वपूर्ण बैठक में शिरकत की। मणिपुर में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 60 सदस्यीय सदन में 32 सीट जीतकर सत्ता में वापसी की है। भाजपा ने 2017 के चुनाव में केवल 21 सीट हासिल की थी, लेकिन वह कांग्रेस के विधायकों को अपने पाले में करने में सफल रही, जिससे पार्टी के सदस्यों की संख्या 28 हो गई और बीरेन सिंह ने मणिपुर में पहली बार भाजपा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।