Hajj Yatra 2024 Death: इस्लामाबाद। सऊदी अरब में इस वर्ष भीषण गर्मी के कारण हज यात्रा के दौरान दुनिया भर से आए 1000 से अधिक हज यात्रियों की मौत हो गई, जिनमें कम से कम 35 पाकिस्तानी तीर्थयात्री शामिल हैं। सरकार ने इसकी पुष्टि की है। पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि इस वर्ष अत्यधिक गर्मी और खराब मौसम के कारण हज यात्रा चुनौतीपूर्ण थी, तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था।
सऊदी अरब ने आधिकारिक तौर पर मौतों की जानकारी नहीं दी है, हालांकि उसने सिर्फ रविवार को ही ‘भीषण गर्मी’ से निढाल होने वालों के 2700 से अधिक मामलों की सूचना दी है। सूमरो ने आम नागरिकों से हज यात्रियों की कठिनाइयों के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही पोस्टों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्होंने बताया कि यह वास्तविक नहीं है।
Hajj Yatra 2024 Death: हज के लिए गए अधिकतर हाजी गरीब गांवों से थे। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी हज के लिए पैसे जोड़ने में बिता दी ताकि वो एक दिन सऊदी अरब के मक्का में जाकर हज कर सकें। 70 साल की इफेन्दिया ने हज पर जाने के लिए अपने गहने बेच दिए। पांच बच्चों की मां इफेन्दिया के छोटे बेटे सैय्यद बताते हैं कि हज पर जाना उनका सपना था और हज के दौरान ही उनकी मां की मौत हो गई। वो रोते हुए कहते हैं,’मेरी मां की मौत ने मुझे तोड़ दिया है।
हज पर जाना मेरी मां का सबसे बड़ा सपना था’ इफेन्दिया विधवा थीं और वो हज वीजा के बजाए टूरिस्ट वीजा पर मक्का पहुंची थीं। वो उन हजारों हाजियों में से एक थी जो इस साल बिना हज परमिट के मक्का के लिए निकले थे। सऊदी अधिकारियों ने इस बार 14 जून को हज की शुरुआत से पहले ही कह दिया था कि बिना हज परमिट के हज करना नियमों का उल्लंघन माना जाएगा और इसके लिए जुर्माना भी लगाए जाने की बात कही गई थी। लेकिन हज परमिट की प्रक्रिया काफी जटिल और महंगी होती है जिस कारण हज के इच्छुक कई लोग बिना हज परमिट के ही मक्का पहुंच गए थे।
मिस्र फिलहाल गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और किसी मिस्रवासी को हज पर जाने के लिए 6,000 डॉलर (5,01,601 रुपये) खर्च करने होते हैं। इफेन्दिया एक स्थानीय ब्रोकर की मदद से हज यात्रा के लिए गई थीं जिसने उनसे हज लागत का आधा पैसा लिया था यानी करीब ढाई लाख। उसने इफेन्दिया के परिवार से वादा किया था कि हज के दौरान उन्हें फाइव स्टार सुविधाएं दी जाएंगी। लेकिन परिवार का कहना है कि ये सब झूठ था।
सैय्यद का कहना है कि बिना हज परमिट के गए हाजियों, जिसमें उनकी मां भी शामिल थीं, को इस तरह की कोई सुविधा नहीं दी गई थीं और उन्हें पूरी तरीके से उनके हाल पर छोड़ दिया गया था। वो कहते हैं कि उनकी मां और बाकी लोगों ने गर्मी से बचने के लिए बेडशीट की टेंट बनाई थी। वो कहते हैं कि जिस ब्रोकर के जरिए उनकी मां हज के लिए गई थीं, अब उससे संपर्क नहीं हो पा रहा है।
वहीं मिस्र के अधिकारियों का कहना है कि मरने वाले अधिकतर हाजियों ने हज के लिए अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था जिससे मरने वालों की आधिकारिक संख्या का पता लगाने में दिक्कत पेश आ रही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मरने वालों की पहचान करने और उनके परिवारों तक पहुंचने में अभी और वक्त लग सकता है। मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली ने कहा है कि उन टूर कंपनियों के खिलाफ जांच बिठाई जाएगी जो बिना रजिस्ट्रेशन वाले लोगों को हज के लिए सऊदी अरब भेज रहे थे।
हज करना इस्लाम के पांच स्तंभों से में प्रमुख स्तंभ माना जाता है। शारीरिक और वित्तीय रूप से सक्षम मुसलमानों के लिए जीवन में एक बार हज करना अनिवार्य माना गया है। माना जाता है कि हज करने से इंसान के सारे पाप धुल जाते हैं और वो पवित्र होकर मक्का से लौटता है। इस बार लगभग 20 लाख लोग हज के लिए मक्का पहुंचे थे।
Hajj Yatra 2024 Death: हज, दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक सभाओं में शुमार है। इसे इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि सभी मुसलमानों को कम से कम एक बार हज की यात्रा पर जरूर जाना चाहिए। हर साल दुनियाभर के मुस्लिम सऊदी अरब के मक्का में हज के लिए पहुंचते हैं। हज में पांच दिन लगते हैं और ये ईद उल अजहा या बकरीद के साथ पूरी होती है। सऊदी अरब हर देश के हिसाब से हज का कोटा तैयार करता है।