गुजरात। Bhupendra Patel oath ceremony : नया इतिहास रचने के बाद गुजरात में एक बार फिर आज भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत है कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। आज भूपेंद्र पटेल के साथ कुछ नए मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आज भूपेंद्र पटेल के साथ अल्पेश ठाकोर सहित कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल ने में जगह मिल सकती है।
आपकी जानकारी के किये बता दें कि गुजरात में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद आज लगातार दूसरी बार भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस दौरान पटेल के साथ कुछ नए मंत्रियों के भी शपथ लेने की संभावना है। मिली जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल में अनुभवी चेहरों के साथ-साथ युवाओं का एक कॉम्बीनेशन देखने को मिलेगा। बताया जा रहा है कि बीजेपी ने भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण को मेगा शो बनाने की जोरो-शोरो से तैयारी कर ली है। आपको बता दें कि इस शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम को ही अहमदाबाद पहुंच गए हैं। वहीं गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी इस शपथ ग्रहण सामारोह के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
भूपेंद्र पटेल दोपहर 2 बजे गांधीनगर में नए सचिवालय के पास हेलीपैड ग्राउंड में 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। उनको राज्यपाल आचार्य देवव्रत पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इसके साथ ही आपको बता दें कि इससे पहले 8 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भूपेंद्र पटेल ने नई सरकार के गठन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए शुक्रवार को पूरे मंत्रिमंडल के साथ मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
Bhupendra Patel oath ceremony : मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, बीजेपी में नए मंत्रिमंडल को लेकर अंतिम दौर में मंथन चल रहा है। पार्टी के सामने जाति और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को साधने की सबसे बड़ी चुनौती है। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल में विजय रूपाणी और भूपेंद्र पटेल कैबिनेट के कुछ अनुभवी चेहरों को फिर से मौका दिया जा सकता है। इतना ही नहीं पार्टी युवाओं और महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व देने की तैयारी में है। वहीं, हार्दिक पटेल के नाम को लेकर कहा जा रहा है कि फिलहाल उनके मंत्री बनने की संभावना ना के बराबर है। मंत्रिमंडल में जाति और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व के अनुसार इन नामों की चर्चा तेज है।