बनारस: बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बीएचयू में मुस्लिम प्रोफेसर की नियुक्ति को लेकर जमकर बवाल हुआ था। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन ने एक और बड़ा फैसला लिया है। प्रबंधन ने अब भूत विद्या की पढ़ाई करवाने का फैसला लिया है। छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जा रहा है। इसमें मनोचिकित्सा संबंधी विकारों, उपचार और मनोचिकित्सा के बारे में बताया जाएगा।
देखा जाए तो आम तौर पर या विज्ञान के युग में भूतों के अस्तीत्व को लेकर कई बार चर्चा हो चुकी है, लेकिन आज तक भूतों का होना एक बड़ा सवाल बना हुआ है। लेकिन अब बीएचयू में भूत विद्या यानि साइंस आफ पैराकनॉर्मल की पढ़ाई शुरू होने वाली है।
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इस संबंध में आयुर्वेद संकाय प्रमुख प्रो. यामिनी भूषण त्रिपाठी ने बताया कि संकाय में भूत विद्या की स्वतंत्र इकाई होगी। यह अष्टांग आयुर्वेद की आठ शाखाओं में से एक हैं। इस विषय पर सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने वाला पहला संकाय है। एसोसिएट प्रोफेसर वैद्य सुशील दुबे ने बताया कि प्रवेश की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
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