Ola and Uber Latest Update Hindi : कैब ऑपरेट करने वाली दो मुख्य कंपनी ओला और उबर के विलय होने की खबरें काफी समय से सामने आ रही थीं जिसे अब ओला के को-फाउंडर भाविश अग्रवाल ने खारिज कर दिया है। दोनों कंपनीयों के विलय की खबर एक अंग्रेजी अखबार ने प्रकाशित की थी, जिसे अग्रवाल ने अब खारिज कर दी है। एक रिपोर्ट में दोनो की मर्जर की खबरें सामने आ रही थी। इन कयासों को बल मिलता इससे पहले ही इसका खंडन अग्रवाल द्वारा हो गया।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
ओला के मालिक भाविश अग्रवाल ने रिपोर्ट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘बिल्कुल बकवास, हम काफी मुनाफे में हैं और अच्छा कर रहे हैं. अगर कुछ कंपनियां भारत से अपने कारोबार को हटाना चाहती हैं तो उनका स्वागत है! हम कभी मर्जर नहीं करेंगे.’ ओला ही नहीं बल्कि उबर की तरफ से भी मर्जर की अटकलों को खारिज किया गया था। साथ ही बताया गया कि ओला के अधिकारियों के साथ ऐसी कोई मीटिंग नहीं हुई है और न ही कंपनी ने मर्जर का कोई प्लान बनाया है। इससे पहले इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि भारतीय कैब एग्रीगेटर ओला और उबर टेक्नोलॉजीज एक विलय पर विचार कर रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने अमेरिका में उबर के टॉप अधिकारियों से मुलाकात की है। उबर ने एक बयान में कहा कि यह रिपोर्ट एकदम गलत है, हम ओला के साथ विलय की बातचीत में नहीं हैं।
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ओला ने भी अपने सफाई में कहा कि वह एक मजबूत बैलेंस शीट के साथ दुनिया की सबसे ज्यादा फायदेमंद राइड हेलिंग कंपनियों में से एक है। कंपनी ने कहा, ‘हम भारत में मार्केट लीडर हैं और अन्य प्लेयर्स की तुलना में काफी बड़े हैं। इसलिए किसी भी तरह का मर्जर पूरी तरह से समीकरण से बाहर है। हमारा मानना है कि मोबिलिटी सर्विस की बात करें तो भारत के पास अनलॉक करने के लिए काफी मौके हैं।
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ओला और उबर दोनों ही कंपनियों को मौजूदा वक्त में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह रही कि ओला ने अपना ग्रॉसरी बिजनेस बंद कर दिया था और इसी तरह उबर ईट्स सर्विस को उबर ने जोमैटो को बेच दिया था। दोनों ही कंपनी के बीच तगड़ी प्रतिस्पर्धा है और इसी वजह से कस्टमर्स को कई ऑफर भी दिए गए। इनकी वजह से भी ओला और उबर को कुछ हद तक कारोबारी मुश्किल झेलनी पड़ रही है।