नई दिल्ली: इन दोनों देश के नाम को लेकर राजनीतिक हवा तेज है। (Bharat vs India Controversy) बीते दिनों सर संघ चालक मोहन भागवत ने लोगों से अपील किया कि इंडिया की जगह भारत शब्द का प्रयोग करें। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर गेम आगे में शुरू हो गई।
अब कयास यह भी लगाया जा रहा है कि इस संसद के विशेष सत्र में, जो की 18 से 22 सितंबर तक आयोजित होगी उसमे भारतीय संविधान से इंडिया शब्द को हटाने को लेकर मोदी सरकार बिल पेश कर सकती है। लेकिन इससे पहले आज हम जानेंगे भारत से इंडिया शब्द तक के सफर को कि कैसे लोग या संविधान देश को इंडिया कहने लगा।
दरअसल, भारत में कई विदेशी व्यापारी अपना कारोबार करने के लिए भारत आए और सभी ने अपने हिसाब से भारत को अलग-अलग नाम दिया। लेकिन जब अंग्रेज भारत आये तो उन्होंने इस देश को ‘ए’ स्थान पर रखा। A को ग्रीक में इंडो या इंडोस कहा जाता है। यहीं से A शब्द लैटिन भाषा में पहुंचा और वहां से A शब्द इंडिया बन गया। अंग्रेजों ने इस शब्द को अपनाया और इस तरह अंग्रेजी में इंडिया का नाम इंडिया हो गया।
अंग्रेजों ने भारत में इंडिया शब्द का प्रयोग इतना बढ़ा दिया कि भारतीयों ने भी इस शब्द को अपनाना शुरू कर दिया और खुद को भारतीय और देश को इंडिया कहने लगे। हालाँकि आज़ादी से पहले इस शब्द को पूरी मान्यता नहीं मिल पाई थी। आज़ादी के बाद हमारे संविधान ने इस शब्द को पूर्ण मान्यता दी और इसे देश के दूसरे नाम के रूप में स्वीकार किया गया। हालाँकि, इंडिया शब्द को लेकर विशेषज्ञों की कई राय हैं।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का नाम सिंधु नदी के नाम पर रखा गया था। क्योंकि सिन्धु नदी का दूसरा नाम सिन्धु था। जिसे भारत आये विदेशियों ने अपने पास रख लिया। जब अंग्रेज भारत आये तो हमारे देश को हिंदुस्तान कहा जाता था। अंग्रेजों को हिंदुस्तानी बोलने में दिक्कत होती थी ऐसे में जब उन्हें पता चला कि भारतीय सभ्यता सिंधु घाटी से जुड़ी हुई है तो उन्होंने भारत को उसके अंग्रेजी नाम इंडस की तर्ज पर इंडिया कहना शुरू कर दिया।
जम्बूद्वीप
भारत के सबसे प्राचीन नाम की बात करें तो प्राचीन काल में भारत को जम्बूद्वीप (भारत का पुराना नाम) के नाम से जाना जाता था। जम्बूद्वीप शब्द दो शब्दों जम्बू और द्वीप से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है “बेरी के पेड़ों का द्वीप”। प्राचीन भारतीय अपने देश को जम्बूदीप के नाम से सम्बोधित करते थे। संभवतः जामुन के वृक्षों की अधिकता के कारण ही इस देश का नाम जम्बूद्वीप प्रतीत होता है।
आर्यावर्त
प्राचीन भारतीय सांस्कृतिक एवं ऋग्वैदिक ग्रंथों में भारत के लिए आर्यावर्त शब्द का प्रयोग किया गया है। प्राचीन काल में भारत के उत्तरी भाग में आर्यों का निवास था, जिसके कारण इस देश का नाम आर्यावर्त पड़ा। ऋग्वैदिक संस्कृति आर्यों द्वारा संचालित थी, जो भारत की प्राचीन ग्रामीण सभ्यता थी।
हिंद
अरब भाषा में हिंद शब्द का प्रयोग भारत के लिए किया जाता है, जिसका नाम हिंदू के नाम पर रखा गया है। प्राचीन ईरानी भारत को हिन्दू कहते थे, जिसे अरबी भाषा में हिन्द कहा जाता था। यही कारण है कि भारत को हिन्द के नाम से भी जाना जाता है।
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