कोलकाता, दो अक्टूबर (भाषा) कोलकाता के आर जी कर अस्पताल की चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में पश्चिम बंगाल में महालया के अवसर पर रात भर प्रदर्शन हुए।
महालया को दुर्गा पूजा के साथ ही त्योहारों की शुरूआत का प्रतीक माना जाता है। दुर्गा पूजा शुरू होने में छह दिन बाकी हैं।
कोलकाता में प्रदर्शनकारियों ने नदियों में दीप प्रवाहित किए और चिकित्सक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की, वहीं कूचबिहार में विरोध प्रदर्शन के तहत तड़के ‘अभया का तर्पण’ मार्च निकाला गया।
हिंदू अपने पूर्वजों की याद में महालया पर ‘तर्पण’ अनुष्ठान करते हैं।
कोलकाता में रूबी क्रॉसिंग, ललित कला अकादमी के बाहर, जादवपुर 8-बी स्टैंड, श्यामबाजार, ठाकुरपुकुर, वीआईपी रोड और दमदम पार्क में आयोजित विरोध प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया।
दक्षिण- 24 परगना के कूचबिहार, मालदा, कैनिंग और डायमंड हार्बर, उत्तर 24 परगना के सोदपुर और बारासात तथा हुगली के उत्तरपाड़ा एवं अन्य जिलों में भी इसी तरह सभाएं हुई।
अकादमी ऑफ फाइन आर्ट्स के समीप रेणुछाया मंच पर प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाली लेखिका-कार्यकर्ता शताब्दी दास ने कहा, ‘‘अभया (पीड़िता का प्रतीकात्मक नाम) के लिए न्याय की मांग करते हुए हमारा शांतिपूर्ण विरोध देवी पक्ष के दौरान त्योहार के सभी चार दिनों में जारी रहेगा…..।’’
दक्षिण कोलकाता के हरिदेवपुर में नारेबाजी और मुख्य सड़क को बाधित करने को लेकर प्रदर्शनकारियों से एक अन्य समूह की झड़प हो गई।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने पर उन पर हमला किया।
कोलकाता नगर निगम के वार्ड 115 की पार्षद रत्ना सूर ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने दुर्गा पूजा के होर्डिंग को तोड़ दिया और जब उन्होंने स्थिति को संभालने के लिए हस्तक्षेप किया तो उन्होंने उनके साथ भी धक्का-मुक्की की।
इस दौरान हुगली और राज्य भर की अन्य नदियों तथा जल निकायों के तट पर लोगों ने अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
देवी दुर्गा को समर्पित श्लोकों और गीतों का संग्रह महिषासुर मर्दिनी का प्रातःकालीन प्रसारण आकाशवाणी (एआईआर) पर किया गया।
हुगली के विभिन्न घाटों पर नदी पुलिस ने कड़ी निगरानी रखी। अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता के 18 घाटों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पुलिस ने बताया कि घाटों के आसपास की सड़कों पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।
इस वर्ष दुर्गा पूजा नौ अक्टूबर को शुरू होगी, जो षष्ठी तिथि है।
चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के बीच सतर्कता बरतते हुए इस बार कोलकाता में सामुदायिक पूजा पंडालों को अभी तक जनता के लिए नहीं खोला गया है।
भाषा यासिर मनीषा
मनीषा