कोलकाता, सात नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव में खड़े 41 उम्मीदवारों में से सात के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं जबकि अन्य सात करोड़पति हैं। उनके हलफनामों के विश्लेषण से यह जानकारी सामने आई है।
कूचबिहार सीताई (आरक्षित), हरोआ, नैहाटी, मेदिनीपुर, तलडांगरा और मदारीहाट (आरक्षित) निर्वाचन क्षेत्रों में 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं।
‘पश्चिम बंगाल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) ने 42 में से 41 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया।
मदारीहाट (आरक्षित) से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार पंकज लोहरा के हलफनामे का विश्लेषण नहीं किया जा सका, क्योंकि निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उनके पूर्ण दस्तावेज उपलब्ध नहीं थे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार उम्मीदवारों, तृणमूल कांग्रेस के दो और कांग्रेस के एक उम्मीदवार पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
गंभीर आपराधिक मामलों में वे अपराध शामिल हैं जिनके लिए अधिकतम सजा पांच वर्ष या उससे अधिक है। इनमें गैर-जमानती अपराध, चुनावी अपराध और राजकोष को वित्तीय नुकसान से संबंधित अपराध शामिल हैं।
विश्लेषण में कहा गया है कि सबसे अधिक करोड़पति उम्मीदवारों वाली पार्टी कांग्रेस (3) है, इसके बाद भाजपा (2) है जबकि सीपीआईएम (एल) और तृणमूल कांग्रेस के एक-एक उम्मीदवार करोड़पति हैं।
नैहाटी से चुनाव मैदान में खड़े तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार सनत डे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं, जिनकी कुल संपत्ति 4,90,97,914 रुपये है, जिसमें 1,80,00,000 रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।
इसमें कहा गया है कि इनके बाद भाजपा की अनन्या रॉय चक्रवर्ती (तलडांगरा) हैं, जिनकी कुल संपत्ति 2,98,59,287 रुपये है और तृणमूल कांग्रेस के श्यामल कुमार घोष (मेदिनीपुर) 1,69,43,060 रुपये हैं। हलफनामों के अनुसार, उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 58.14 लाख रुपये है।
विश्लेषण के अनुसार कूचबिहार सीताई (एससी) से कामतापुर पीपुल्स पार्टी (यूनाइटेड) के उम्मीदवार काशीकांत बर्मन के पास सबसे कम घोषित संपत्ति है, जो मात्र 5,000 रुपये है।
भाषा
देवेंद्र माधव
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