नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने परिवारवाद की राजनीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि राजनीतिक परिवार से जुड़ा होना आजीवन सफलता की कुंजी नहीं है।
उमर अब्दुल्ला ने साथ ही प्रश्न किया कि सत्तारूढ़ पार्टी अपने सहयोगी उन दलों के समक्ष इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाती जिन पर परिवारवाद को कायम रखने के आरोप लगाए जा सकते हैं।
अब्दुल्ला ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार के दौरान यह बात कही।
दरअसल उनसे प्रश्न किया गया था कि क्या उनके परिवार की चौथी पीढ़ी राजनीति में आएगी और क्या इससे उन्हें कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी दलों की तरह परिवार की राजनीति को जारी रखने के लिए नए सिरे से आलोचना का सामना करना पड़ेगा।
अब्दुल्ला (54) के दोनों बेटे जमीर और जहीर वकील हैं और उन्होंने हाल ही में जोरदार राजनीतिक टिप्पणियां की हैं, खासकर संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के मुद्दे पर। अब्दुल्ला के बेटों ने सितंबर में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान अपने पिता के साथ जमकर प्रचार भी किया था।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘ वे जो भी स्थान चाहते हैं उन्हें उसे स्वयं तैयार करना होगा। उन्हें तश्तरी में रखकर कोई कुछ नहीं देगा।’’
उमर अब्दुल्ला के दादा शेख अब्दुल्ला को स्वतंत्रता के बाद के जम्मू कश्मीर राज्य का संस्थापक माना जाता है। उनके पिता फारूक अब्दुल्ला दशकों तक मुख्यमंत्री रहे और उमर अब्दुल्ला अक्टूबर में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं।
उमर अब्दुल्ला को इस वर्ष की शुरुआत में हुए आम चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। अपनी असफलता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ किसी राजनीतिक परिवार से जुड़े होने से जीवन भर सफलता नहीं मिलती और मुझे किसी और की ओर इशारा करने की जरूरत नहीं है। मैं सिर्फ अपने बारे में बात करूंगा। मैं इस वर्ष एक चुनाव हारा।’’
हालांकि, उन्होंने सितंबर में विधानसभा चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की। अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘ मैं वही व्यक्ति हूं, उसी परिवार से हूं, उसी राजनीतिक पार्टी से हूं।’’
उन्होंने कहा कि परिवारवाद की राजनीति को लेकर भाजपा की आलोचना केवल राजनीतिक पाखंड है।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ भाजपा केवल अपनी सुविधा के मुताबिक परिवारवाद की राजनीति का विरोध करती है। उन्हें अपने सहयोगियों की परिवारवाद की राजनीति से कोई समस्या नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे यह बताने की जरूरत नहीं है कि भाजपा के कितने परिवारवादी सहयोगी हैं, अतीत में थे या भविष्य में होंगे। इसलिए मैंने हमेशा कहा है कि भाजपा को राजनीतिक परिवारों से कोई समस्या नहीं है। उन्हें उन राजनीतिक परिवारों से समस्या है जो भाजपा का विरोध करते हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अब भी अपने बेटों जमीर और जहीर को मार्गदर्शन या राजनीतिक सलाह देंगे, अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘ मैंने उनसे कहा है कि निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में … हम मूल रूप से गौरवशाली दिहाड़ी मजदूर हैं। हम आज यहां हैं, शायद कल नहीं होंगे।’’
उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी पार्टी और वह 2014 में चुने गए थे। उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हमें 2018 में सत्ता से हटा दिया गया और हम 2024 तक वापस नहीं आए। इसलिए आपको कुछ (आय और पेशा) चाहिए जिसके बल पर आप टिके रह सकें।’’
भाषा शोभना संतोष
संतोष