Beer Shortage: यहां बार-रेस्टोरेंट में बंद हुई बीयर की सप्लाई, पसंदीदा ब्रांड के लिए पैसे लेकर घूम रहे बीयर के शौकीन, जानें क्या है वजह

Beer Shortage: यहां बार-रेस्टोरेंट में बंद हुई बीयर की सप्लाई, पसंदीदा ब्रांड के लिए पैसे लेकर घूम रहे बीयर के शौकीन, जानें क्या है वजह

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  • Publish Date - January 29, 2025 / 08:03 PM IST,
    Updated On - January 29, 2025 / 08:04 PM IST

Beer Shortage। Image Credit: IBC24 File Image

बेंगलुरू। Beer Shortage: अगर आप बेंगलुरू और कर्नाटक के रहने वाले हैं और बीयर पीने का शौक रखते हैं तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, राजधानी बेंगलुरु सहित पूरे कर्नाटक में बीयर के शौकीनों को अपने पसंदीदा ड्रिंक की अचानक कमी का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से दुकानों, बार और शराब के ठिकानों पर बीयर की सप्लाई बेहद सीमित हो गई है, और जहां उपलब्ध है, वहां इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं। इससे उपभोक्ता निराश होकर एक दुकान से दूसरी दुकान भटक रहे हैं। लेकिन कुछ लोग बढ़ी हुई कीमत पर भी बीयर खरीद रहे हैं।

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दरअसल, इसकी सबसे बड़ी वजह हाल ही में सरकार द्वारा लगाया गया मूल्यवृद्धि है। 20 जनवरी 2023 को कर्नाटक सरकार ने बीयर की कीमतों में 10 रुपये से 40 रुपये प्रति 650ml बोतल तक की वृद्धि की थी, जो ब्रांड के अनुसार अलग-अलग है। यह बढ़ोतरी राज्य के आबकारी विभाग की आय बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा है।इसके तहत बीयर पर एक्साइज ड्यूटी को 185% से बढ़ाकर 195% कर दिया गया है, जो 130 रुपये प्रति बल्क लीटर (या उससे अधिक) तय की गई है। इसके चलते कुछ ब्रांड की बीयर जो पहले ₹100 में मिलती थी, अब 145 रुपये तक पहुंच गई है, जबकि महंगे ब्रांड की कीमत 230 रुपये से 240 रुपये हो गई है।

बिक्री में गिरावट

इस अप्रत्याशित मूल्यवृद्धि से बाजार में सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित हुई है। पुराने स्टॉक को जल्दी खत्म किया जा रहा है, जबकि नई दरों के अनुसार उत्पादन और वितरण में समय लग रहा है। नतीजतन, राज्य भर में बीयर की उपलब्धता घट गई है।

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नए नियम भी बने बाधा

सरकार ने बीयर की बोतलों पर शुगर कंटेंट दिखाने की अनिवार्यता भी लागू कर दी है। इससे उत्पादन में देरी हो रही है क्योंकि कंपनियों को नए लेबल छपवाने पड़ रहे हैं। इस बदलाव ने बीयर उत्पादन और वितरण में और भी बाधाएं खड़ी कर दी हैं।

बार मालिकों और विक्रेताओं की बढ़ी चिंता

Beer Shortage: बेंगलुरु बार ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लोकेश का कहना है कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, बीयर की मांग अपने चरम पर पहुंचती है, लेकिन मौजूदा स्थिति में ग्राहक बीयर नहीं खरीद पा रहे हैं। वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन के अनुसार, इस मूल्यवृद्धि और सप्लाई की कमी के कारण बीयर की बिक्री में 10 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। वहीं मिली जानकारी के अनुसार, बीयर निर्माताओं ने फिलहाल उत्पादन रोक दिया है ताकि नए नियमों के अनुसार लेबल अपडेट किए जा सकें और कीमतों को पुनः निर्धारित किया जा सके। इस प्रक्रिया में 40 से 45 दिन लग सकते हैं, जिससे बीयर संकट और गहरा सकता है।