नई दिल्ली। देश में नागरिकता संशोधन बिल पर मचे घमासान के बीच बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन ने भारत दौरा रद्द कर दिया है। मोमेन 13-14 दिसंबर को भारत दौरे पर दिल्ली आने वाले थे। वे यहां इंडियन ऑशन डायलॉग, दिल्ली डायलॉग में शामिल होना था। मोमेन ने ये दौरा रद्द कर दिया है। यात्रा रद्द करने के पीछे उनका तर्क है कि विदेश राज्य मंत्री और विदेश सचिव दोनों देश से बाहर हैं। इसलिए उन्होंने भारत का दौरा रद्द किया है।
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हालांकि मोमेन ने आश्वासन दिया है कि वे इस बार तो नहीं आ सके लेकिन जनवरी में होने वाले बैठक में वे जरुर भारत आएंगे। गुरुवार सुबह ही एके. अब्दुल मोमेन ने कहा था कि दुनिया में कुछ ही ऐसे देश हैं, जहां बांग्लादेश जैसा अच्छा सांप्रदायिक सौहार्द है। अमित शाह को कुछ दिन के लिए बांग्लादेश में आना चाहिए, तभी उन्हें बांग्लादेश के सांप्रदायिक सौहार्द का पता लगेगा।
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मोमेन ने ये भी कहा कि भारत के अंदर ही काफी दिक्कतें हैं, पहले उन्हें उनसे निपटना चाहिए। हमें उससे कोई परेशानी नहीं है लेकिन एक दोस्त देश होने के नाते हम इतना चाहते हैं कि भारत ऐसा कुछ नहीं करेगा, जिससे दोनों देशों के संबंध में तकरार आएगी। मोमेन का यह बयान अमित शाह के इस बयान पर आया था जब सदन में शाह ने कहा था कि ‘बांग्लादेश से आ रहे घुसपैठियों का जिक्र किया था और CAB, NRC के बाद उन्हें देश से बाहर करने की बात कही थी’।
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गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन बिल में बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान से आने वाले हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी, ईसाई शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिलना आसान हो जाएगा। असम समेत कई पूर्वोत्तर राज्यों में बांग्लादेश से आ रहे लोगों का वहां बसना एक बड़ी समस्या है।
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