बांधवगढ़ में हाथियों की मौत : केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार ने समानांतर जांच शुरू की

बांधवगढ़ में हाथियों की मौत : केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार ने समानांतर जांच शुरू की

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  • Publish Date - November 2, 2024 / 09:37 PM IST,
    Updated On - November 2, 2024 / 09:37 PM IST

नयी दिल्ली, दो नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश सरकार के साथ ही केंद्र सरकार ने इस सप्ताह बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में 10 हाथियों की मौत की जांच शुरू की है।

बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य के खितौली रेंज के अंतर्गत सांखनी और बकेली में 29 अक्टूबर को चार जंगली हाथी मृत पाए गए थे, 30 अक्टूबर को चार अन्य तथा अगले दिन दो हाथी मृत मिले थे।

मध्य प्रदेश के अधिकारियों द्वारा तैयार की गई प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, हाथियों की मौत संभवतः जहर के कारण हुई है।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) ने हाथियों की मौत की जांच के लिए एक टीम गठित की है।

मध्य प्रदेश सरकार ने भी घटना की जांच के लिए अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित की है।

राज्य टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) के प्रमुख भी मामले की जांच कर रहे हैं। एक विज्ञप्ति के मुताबिक, एसटीएसएफ जंगलों और आसपास के गांवों की तलाशी ले रहा है तथा घटना की गहन जांच कर रहा है।

अपर वन महानिदेशक (प्रोजेक्ट टाइगर एंड एलीफेंट), राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के सदस्य सचिव और एआईजी एनटीसीए, नागपुर ने हाथियों की मौत के मुद्दों और कारणों पर राज्य के अधिकारियों के साथ चर्चा करने के लिए घटनास्थलों का दौरा किया।

राज्य के वन्यजीव अधिकारियों ने कहा कि मौत के वास्तविक कारण की पुष्टि गहन जांच, विस्तृत पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, ऊतक रोग विश्लेषण और विषविज्ञान विश्लेषण के साथ-साथ अन्य सहायक साक्ष्यों के बाद की जाएगी।

इस बीच, राज्य के अधिकारियों ने ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निवारक उपाय लागू किए हैं तथा बांधवगढ़ अभयारण्य में और इसके आसपास अन्य हाथियों के झुंडों की निगरानी बढ़ा दी गई है।

भाषा धीरज नेत्रपाल

नेत्रपाल