बाबा रामदेव ने किया ट्वीट, ‘नफरत करने वालों के लिए घोर निराशा की खबर’, आयुष मंत्रालय ने कहा ​मिल गए क्लीनिकल ट्रायल के दस्तावेज

बाबा रामदेव ने किया ट्वीट, 'नफरत करने वालों के लिए घोर निराशा की खबर', आयुष मंत्रालय ने कहा ​मिल गए क्लीनिकल ट्रायल के दस्तावेज

  •  
  • Publish Date - June 24, 2020 / 02:14 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:22 PM IST

नई दिल्ली। बाबा रामदेव ने कोरोना महामारी का सफल इलाज करने का दावा करते हुए कोरोनिल नाम से एक दवा कल बाजार में उतारी थी। इस पर बाबा रामदेव को चौतरफा घिरते हुए दिख रहे थे, क्योंकि आयुष मंत्रालय ने इस दवाई से पल्ला झाड़ दिया था जिसके बाद सोशल मीडिया पर बाबा रामदेव पर सवाल खड़े हो रहे थे।

ये भी पढ़ें: PhD स्कॉलर बना आतंकी, एक सप्ताह से गायब युवक हिज्बु…

अब आयुष मंत्रालय ने कहा है कि उसे दवा के क्लीनिकल ट्रायल संबंधी सभी दस्तावेज मिल गए हैं और वह शोध के नतीजों के सत्यापन के लिए इस दस्तावेजों का अध्ययन करेगा। इस पत्र के आते ही अब बाबा रामदेव की प्रतिक्रिया भी आ गई है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद का विरोध एवं नफरत करने वालों के लिए घोर निराशा की खबर।

ये भी पढ़ें: पिछड़ा वर्ग के हित में मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला, …

बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद की ‘दिव्‍य कोरोना किट’ के विज्ञापन पर आयुष मंत्रालय ने रोक लगा दी थी। मंत्रालय ने रामदेव की कंपनी से दवा के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा था। पूछा है कि उस अस्‍पताल और साइट के बारे में भी बताएं, जहां इसकी रिसर्च हुई। वहीं उत्तराखंड सरकार से इस आयुर्वेदिक दवा के लाइसेंस आदि के बारे में जानकारी मांगी है।

ये भी पढ़ें: सट्टा खाइवालों पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 8 लोग गिर…

मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड हरिद्वार की ओर से कोविड 19 के उपचार के लिए तैयार दवाओं के बारे मे उसे मीडिया से जानकारी मिली। दवा से जुड़े वैज्ञानिक दावे के अध्ययन और विवरण के बारे में मंत्रालय को कुछ जानकारी नहीं है। केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि रामदेव को अपनी दवा की घोषणा मंत्रालय से इजाजत लिए बिना नहीं करनी चाहिए थी। उन्‍होंने कहा, ‘हमने उनसे जवाब मांगा है। पूरा मामला टास्‍क फोर्स के पास भेजा गया है।’

ये भी पढ़ें: प्रदेश के इन 12 जिलों में होगी भारी बारिश, मौसम विभ…

नाइक के मुताबिक, पतंजलि जो जवाब देगी उसकी और पूरे मामले की समीक्षा टास्‍क फोर्स करेगी। यह देखा जाएगा कि पतंजलि ने कौन-कौन सा फॉर्म्‍युला अपनाया है। सब ठीक रहा तो उनको दवा बेचने की अनुमति दे दी जाएगी। मंत्री के अनुसार, पतंजलि के मंत्रालय से परमिशन ने लेने पर ही आपत्ति है। उन्‍होंने कहा कि कोई दवा लेकर मार्केट में आता है तो उससे किसी को ऐतराज नहीं है।

ये भी पढ़ें: 15 अगस्त के बाद सामान्य ट्रेन चलने के संकेत? बुक टि…

इससे पहले मंगलवार को दवा लॉन्‍च करते समय रामदेव का दावा था कि यह इतनी असरदार है कि कोरोना के माइल्‍ड से मॉडरेट केसेज 3 से 7 दिन में रिकवर हो जाते हैं। उन्‍होंने ट्रायल के नतीजो का हवाला देते हुए यह दावा किया था। पतंजलि की ‘दिव्‍य कोरोना किट’ में तीन चीजें हैं- कोरोनिल, श्‍वसारि वटी और अणु तेल। कंपनी के अनुसार, कोरोनिल टैबलेट में गिलोय, तुलसी और अश्‍वगंधा मूल घटक हैं।