श्री राम की अवधपुरी वापसी के प्रतीक दिवाली के उत्सव में डूबी अयोध्या, मुख्यमंत्री ने किया अभिनंदन

श्री राम की अवधपुरी वापसी के प्रतीक दिवाली के उत्सव में डूबी अयोध्या, मुख्यमंत्री ने किया अभिनंदन

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  • Publish Date - October 30, 2024 / 06:47 PM IST,
    Updated On - October 30, 2024 / 06:47 PM IST

(इंट्रो बदलते हुए)

(तस्वीरों सहित)

अयोध्या (उप्र), 30 अक्टूबर (भाषा) प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या बुधवार को उस समय उत्सव के माहौल में सराबोर हो गई, जब आठवें दीपोत्सव समारोह के तहत रामायण के पात्रों की जीवंत झांकियों के साथ एक जुलूस मंदिर नगरी से गुजरा।

नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद राम नगरी में पहली बार दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

श्री राम के सीता और लक्ष्मण हनुमान और अन्य लोगों के साथ ‘पुष्पक विमान’(हेलीकॉप्टर) से अयोध्या पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने उनका स्वागत किया। भगवान राम के रथ को मुख्यमंत्री और अन्य लोगों ने राम दरबार स्थल तक खींचकर पहुंचाया। आदित्यनाथ ने बाद में उनकी आरती उतारी।

बुधवार को शहर में उत्सव का माहौल रहा। छोटी दीपावली के अवसर पर अयोध्या में बुधवार को भव्य दीपोत्सव समारोह के तहत झांकियों की एक शोभायात्रा निकाली गई। रामायण के प्रसंगों को दर्शाती झांकियों में देशभर के शास्त्रीय नर्तकों की प्रस्तुति ने राम पथ पर अपना जादू बिखेरा।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि साकेत महाविद्यालय से राम कथा पार्क तक निकाली गई 18 विशेष झांकियां इस दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण रहीं। प्रदेश के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने झांकियों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और महापौर गिरिश पति त्रिपाठी भी मौजूद रहे।

इन झांकियों में रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। इस दौरान रामपथ पर रंग-गुलाल उड़ने के साथ जमकर आतिशबाजी भी हुई।

इस भव्य शोभायात्रा में साकेत महाविद्यालय के छात्रों ने पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर श्रीराम के राजतिलक तक के विभिन्न प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढ़ंग से झांकियों के रूप में प्रस्तुत किया। इन झांकियों में न केवल श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों का दर्शन कराया गया बल्कि उनमें शामिल कलाकारों के अभिनय ने दृश्य को और भी जीवंत बना दिया।

प्रवक्ता के मुताबिक झांकियों का यह सफर साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर अयोध्या के प्रमुख चौराहों से गुजरते हुए राम कथा पार्क पर सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्याभिषेक का आयोजन भी किया जाएगा, जिसके साथ ही अयोध्या का दीपोत्सव अपने भव्य रूप में आरंभ होगा।

महोत्सव में साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से और सात झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई हैं। पर्यटन विभाग द्वारा सजाई गई झांकियों में तुलसीदास रचित रामचरितमानस के सात अध्यायों- बालकांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को रामायण के विभिन्न प्रसंगों का सार समझाने में सहायक हैं।

इस आठवें दीपोत्सव में श्रीराम की शिक्षा, सीता-राम विवाह, वन गमन, भरत मिलाप, शबरी प्रसंग, अशोक वाटिका, हनुमान का लंका गमन, शक्तिबाण लगने से लक्ष्मण का मूर्छित होना, रावण वध, अयोध्या आगमन और दीपोत्सव पर आधारित झांकियों का विशेष प्रदर्शन किया जा रहा है।

इस शोभायात्रा में भाग लेने वाली जम्मू-कश्मीर की साक्षी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘हम अपने राज्य की संस्कृति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं।’’

जम्मू-कश्मीर के एक अन्य प्रतिभागी विशाल शर्मा ने कहा, ‘‘हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हम भव्य मंदिर में श्रीरामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दीपोत्सव में भाग ले रहे है।’’

राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी शोभायात्रा का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह सभी के लिए खुशी का क्षण है क्योंकि यह एक उत्सव का अवसर है। हम भी दूसरों की तरह जश्न मना रहे हैं।’’

राज्य सरकार ने बुधवार शाम अयोध्या में सरयू के तट पर 28 लाख से ज्यादा दीये प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड कायम करने की योजना बनायी है। इस साल जनवरी में मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव है।

अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने स्थानीय कारीगरों से 28 लाख दीये मंगवाए हैं, ताकि अगर किसी कारण से 10 प्रतिशत दीये खराब भी हो जाएं तो भी 25 लाख दीये प्रज्वलित करने का लक्ष्य हासिल किया जा सके।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में अयोध्या में यह आठवां दीपोत्सव कार्यक्रम होगा।

सरकार ने घाटों पर पांच से छह हजार लोगों की मेजबानी की व्यवस्था की है। अन्य लोगों हेतु कार्यक्रम के सीधा प्रसारण के लिए 40 विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं।

दीपोत्सव में छह देश म्यांमा, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया के कलाकार भी प्रस्तुति देंगे। उत्तराखंड के कलाकार भी रामलीला का मंचन करेंगे।

भाषा सलीम

राजकुमार धीरज

धीरज