यातायातकर्मी के दुर्व्यवहार से आहत ऑटोचालक गणतंत्र दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित

यातायातकर्मी के दुर्व्यवहार से आहत ऑटोचालक गणतंत्र दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित

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  • Publish Date - January 26, 2025 / 06:07 PM IST,
    Updated On - January 26, 2025 / 06:07 PM IST

कानपुर, 26 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले महीने एक यातायात पुलिसकर्मी के कथित दुर्व्यवहार से आहत ऑटो चालक को शहर में रविवार को आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।

एक अधिकारी ने बताया कि कानपुर के जिलाधिकारी (डीएम) जितेंद्र प्रताप सिंह ने हनुमंत विहार निवासी राकेश कुमार सोनी (49) को गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होने का निमंत्रण दिया था। सोनी ने तीन दिन पहले जनसुनवाई के दौरान सिंह के समक्ष आपबीती सुनाई थी।

सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “सोनी के साथ घटी घटना का विवरण सुनने के बाद मैंने उसे गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित करने का फैसला किया। मुझे लगा कि यह उसके खोए हुए सम्मान को लौटाने के लिए जरूरी है।”

सोनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि वह 30 दिसंबर को बारादेवी जा रहा था, तभी नौबस्ता में यातायात जाम में फंस गया। सोनी ने आरोप लगाया कि जब उसने जाम खुलवाने का प्रयास किया, तो यातायात पुलिस के उप निरीक्षक ईश्वर सिंह ने उसके ऑटो पर डंडे से प्रहार किया, उसका पर्दा फाड़ दिया, उसे अपशब्द कहे और उसके मुंह में प्लास्टिक का डंडा डालने का प्रयास किया।

सोनी ने दावा किया कि उसने यातायात नियंत्रण कक्ष में फोन कर घटना के संबंध में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। सोनी के मुताबिक, घटना के अगले दिन उसने तत्कालीन जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह से गणतंत्र दिवस पर गांधी प्रतिमा के पास इच्छामृत्यु देने की अपील की।

इसके बाद, तत्कालीन डीएम ने पुलिस आयुक्त से आरोपी यातायात पुलिसकर्मी के खिलाफ आरोपों की जांच करने को कहा था। जांच का जिम्मा अपर पुलिस उपायुक्त (यातायात) अर्चना सिंह को सौंपा गया था।

सोनी ने अर्चना सिंह के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया, लेकिन राकेश कुमार सिंह के कानपुर से स्थानांतरित होने के कारण कार्रवाई ठप हो गई। सोनी ने बताया कि शुक्रवार को उसने नवनियुक्त डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह से मुलाकात कर अपनी आपबीती सुनाई, जिन्होंने उससे कहा कि किसी भी नागरिक के साथ इस तरह का व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है और उसे गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।

भाषा

सं आनन्द पारुल

पारुल