अहमदाबाद, 11 अगस्त (भाषा) भारी बारिश और मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर बांध से पानी छोड़े जाने पर गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित सरदार सरोवर बांध का जल स्तर बढ़ गया जिसके कारण वडोदरा प्रशासन को एहतियात के तौर पर रविवार को जिले के 25 गांवों को सतर्क करना पड़ा। वडोदरा प्रशासन ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि इन गांवों के निवासियों को नर्मदा नदी के तटवर्ती इलाकों में नहीं जाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि सरदार सरोवर बांध का जलस्तर बढ़ जाने के कारण इसके नौ ‘रेडियल’ फाटकों को 1.50 मीटर तक खोल दियागया है।।
सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह बांध में पानी का स्तर 134.75 मीटर दर्ज किया गया, जबकि जलाशय की कुल जलधारण क्षमता 138.68 मीटर है।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में बांध का जलस्तर 3.5 मीटर बढ़ गया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘पनबिजली पैदा करने वाले रिवर बेड पावर हाउस (आरबीपीएच) और सरदार सरोवर बांध के नौ फाटक खोलने के बाद नर्मदा नदी में कुल 1,35,000 क्यूसेक (घन फुट प्रति सेकंड) पानी छोड़ा जाएगा।’’
वडोदरा जिले की प्रभारी कलेक्टर ममता हिरपारा ने बताया कि अधिकारी सतर्कता बरत रहे हैं और जिले के शिनोर, दाभोई और करजन तालुका के 25 गांवों में एहतियाती कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ये गांव वडोदरा जिले में नर्मदा नदी के किनारे स्थित हैं और स्थानीय प्रशासन को स्थिति पर नजर रखने और एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।’’
कलेक्टर ने बताया कि नर्मदा बांध मे क्षमता से अधिक पानी छोड़े जाने की संभावना को ध्यान में रखते हुए, जिला प्रशासन ने 25 गांवों के निवासियों से नदी तल के पास नहीं जाने की अपील की है।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए सभी उपाय कर रहा है।
सरदार सरोवर परियोजना भारत की सबसे बड़ी जल संसाधन परियोजनाओं में से एक है जो चार प्रमुख राज्यों – महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान तक पानी उपलब्थ कराता है ।
भाषा सुरभि संतोष
संतोष