Publish Date - July 28, 2022 / 10:37 AM IST,
Updated On - November 29, 2022 / 07:48 PM IST
Monkeypox active cases in India : नई दिल्ली। देश-दुनिया में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब मंकीपॉक्स ने भी लोगों की चिंता बढ़ा दी है। भारत में जहां एक तरफ कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं भारत की राजधानी दिल्ली और केरल में मंकीपॉक्स का मामला मिलने से हड़कंप मच गया है। दिल्ली में मंकीपॉक्स के मिले पहले मामले के बाद राजधानी में डॉक्टर्स से लेकर मेडिकल एजेंसिया अलर्ट पर हैं। राज्य सरकार इस घातक बीमारी से निपटने के लिए तैयारी कर रही है।>>*IBC24 News Channel केWHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिएयहां CLICK करें*<<
बता दें राजधानी में मंकीपॉक्स संक्रमित मिला पीड़ित शख्स अपने दोस्तों को साथ हिमाचल प्रदेश गया था। इसके बाद उसे कुछ दिनों तक बुखार आया था। प्रशासन शख्स के संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट कर चुकी है।
केरल में 3 और दिल्ली में एक मरीज
बता दें भारत में मंकीपॉक्स के चार मरीज मिले हैं। जिसमे से तीन केरल और एक दिल्ली से मिला है। केरल के मरीजों का विदेश यात्रा की हिस्ट्री रही है जबकि दिल्ली का मरीज विदेश नहीं गया था। दिल्ली में मिला मरीज जून के आखिरी हफ्ते में अपने दोस्तों के साथ हिमाचल प्रदेश गया था। इसके बाद उसे बुखार आया था। शुरुआत में दिल्ली के शख्स को लगा कि ये सीजनल बुखार है।
दुनिया में मंकीपॉक्स के कितने पेशेंट
इसके साथ ही बता दें दुनियाभर में मंकीपॉक्स के 20 हजार से ज्यादा मरीज मिले हैं। पिछले 7 महीने के दौरान ये मरीज मिले हैं। इसे देखते हुए ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी थी। बता दें monkeypoxmeter.com के डेटा के अनुसार, भारत समेत 80 देशों में 20,710 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से यूरोप में सबसे ज्यादा करीब 12 हजार लोग मंकीपॉक्स की चपेट में आए हैं।
अभी तक मिले ज्यादातर केस पुरुषों में मिले हैं। और ये बीमारी उन्हें हुई हैं जो गे, बाइसेक्सुअल और अन्य पुरुषों के साथ सेक्स किया है। इस तरह के लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूक करने की जरूरत है। एक्सपर्ट की माने तो छोटे बच्चे खासकर जिनकी इम्युनिटी कमजोर है उनके इस बीमारी से प्रभावित होने की आशंका है। वहीं, एचआईवी पेशेंट भी इस बीमारी के खतरे की जद में हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षण
हाई फीवर
सिरदर्द
मांसपेशियों में दर्द
पीठ दर्द
ग्लैंड में सूजन
ठंड लगना
हरारत या थकान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया दिशानिर्देश
मंकीपॉक्स संक्रमित रोगी को 21 दिन तक क्वारैंटाइन रहना होगा।
चेहरे पर मास्क पहनने के साथ-साथ हाथों को धोते रहें। मास्क तीन लेयर वाला पहनना चाहिए।
घावों को पूरी तरह से ढककर रखें। पूरी तरह से ठीक होने तक अस्पताल में रहना होगा।
अस्पताल के वार्ड में भर्ती संक्रमित रोगी या फिर संदिग्ध रोगी की किसी भी दूषित चीजों के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को तब तक ड्यूटी से बाहर नहीं करना है, जब तक उनमें कोई लक्षण विकसित न हो। हालांकि, ऐसे स्वास्थ्य कर्मचारियों की 21 दिन तक निगरानी बहुत जरूरी है।
मंकीपॉक्स मरीज के संपर्क में आने, उससे शारीरिक संपर्क बनाने या फिर उसके आसपास दूषित चीजों जैसे कपड़े, बिस्तर आदि के संपर्क में आने पर संक्रमण फैल सकता है। इससे बचना बहुत जरूरी है।
इन राज्यों में अलर्ट जारी
उत्तराखंड में डेंगू और मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। ऐसे लोगों पर निगरानी रखने के लिए कहा गया है, जो केरल या प्रभावित देशों से राज्य पहुंच रहे हैं।
दिल्ली आने वाले संदिग्ध मरीजों को LNJP अस्पताल भेजा जाएगा, जहां मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए अलग से वॉर्ड बनाया गया है।
UP में भी मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। सरकार का कहना है कि पड़ोसी राज्यों में केस मिलने के बाद सतर्क रहने की जरूरत है।
MP में भी हेल्थ मिनिस्टर प्रभु राम चौधरी ने अलर्ट जारी कर दिया है।
बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स को लेकर सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।