खत्म हुआ अतीक का आतंक, दर्ज थे 100 से ज्यादा FIR, ऐसा रहा राजनीतिक सफर

खत्म हुआ अतीक का आतंक, दर्ज थे 100 से ज्यादा FIR, ऐसा रहा राजनीतिक सफर : Atiq's terror ended, more than 100 FIRs were registered, political journey like this

  •  
  • Publish Date - April 16, 2023 / 08:44 AM IST,
    Updated On - April 16, 2023 / 08:53 AM IST

उत्तरप्रदेश । पुलिस ने बताया कि माफिया से नेता बने अतीक अहमद के खिलाफ 100 से अधिक प्राथमिकी (एफआईआर) और भाई अशरफ के खिलाफ 57 से अधिक प्राथमिकी दर्ज थीं। उत्तर प्रदेश के झांसी में एक मुठभेड़ में अतीक अहमद के बेटे असद के मारे जाने के कुछ दिनों बाद, माफिया से नेता बने और उनके भाई अशरफ अहमद शनिवार को प्रयागराज में मेडिकल के लिए ले जाते समय मारे गए।

यह भी पढ़े :  Happy Birthday Priya Banerjee : साउथ सिनेमा की इस अभिनेत्री ने दिए है एक से बढ़कर एक Bold सीन, फिल्में ऐसी देखकर छूट जाएंगे पसीने… 

घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दी है और राज्य की पुलिस हाई अलर्ट पर है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने आगे बताया कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

यह भी पढ़े : Happy Birthday Lara Dutta : अक्षय के वजह से जिंदा है लारा दत्ता, जाने कैसे बनी ‘मिस यूनिवर्स’ से हिंदी फिल्मों की दिग्गज अभिनेत्री… 

गैंगस्टर से नेता बने गैंगस्टर और उसके भाई की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद एक अधिकारी ने कहा, “तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आगे की जानकारी बाद में साझा की जाएगी।” घटना के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह घटना उत्तर प्रदेश के सीएम योगी की राज्य में कानून व्यवस्था पर विफलता का एक आदर्श उदाहरण है।

यह भी पढ़े : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफिले में हुआ हादसा, मचा हड़कंप

 

अतीक का राजनीतिक सफर
2007 -चुनाव में अशरफ सपा से उतरा तो पूजा पाल ने पराजित किया।
2009 -अतीक अपना दल से प्रतापगढ़ संसदीय चुनाव लड़ा और हार गया।
2012 -अतीक अपना दल से पश्चिमी से लड़ा और पूजा पाल ने हरा दिया।
2014 -सपा के टिकट पर श्रावस्ती से लोकसभा चुनाव लड़ा और हार गया।
2018 -जेल में रहते हुए निर्दल फूलपुर से संसदीय चुनाव लड़ा, पराजित हुआ।
2019 -वाराणसी सीट से पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन कराया, लेकिन लड़ा नहीं।
2022 -यूपी विधानसभा चुनाव में शाइस्ता परवीन ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया लेकिन हाथ खींच लिया।