माजुली (असम), 9 सितंबर । ब्रह्मपुत्र नदी में नौका पलटने की घटना पर असम के माजुली में बृहस्पतिवार को विरोध प्रदर्शन किया गया जिसके बाद पुलिस ने विद्यार्थियों सहित अन्य प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
minister put on road : मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के दौरे से पहले माजुली पहुंचे ऊर्जा मंत्री बिमल बोराह को प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों ने पकड़ लिया और करीब आधे घंटे तक गारमुर चेरियाली में सड़क पर बैठे रहने पर मजबूर किया। इस दौरान बोराह ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर समझाने का प्रयास किया।
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minister put on road : प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश में बोराह ने कहा, “मैं यहां आपकी शिकायतें सुनने के लिए आया हूं। आप लोग आपस में बातचीत कर लें और फिर अपनी मांगों के साथ प्रतिनिधिमंडल को हमसे मिलने भेजें।” हालांकि उन्होंने विरोध को समाप्त करने की कोशिश की, लेकिन जब प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए और मुख्यमंत्री से उनसे मुलाकात करने आने की मांग करने लगे तो वह वहां से निकल गए।
प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा, “नौकाओं पर कोई टिकट नहीं मिलती और न कोई लाइफ जैकेट थी। हम जन्म से ही यहां पुल बनने की बात सुन रहे हैं लेकिन अब तक एक भी पुल नहीं देखा है।” एक अन्य छात्र ने कहा कि उन्होंने बोरा से कई सवाल पूछे, लेकिन ‘वह कोई जवाब नहीं दे सके।”
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जब प्रदर्शनकारियों ने अवरोधकों को तोड़ने की कोशिश की और स्थिति तनावपूर्ण हो गई तब पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “ भीड़ के उग्र होने पर हमें हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। हमारे पास कुछ प्रदर्शनकारियों के घायल होने की खबर है, लेकिन संख्या की पुष्टि नहीं की जा सकती है।”
विरोध प्रदर्शन के बाद माजुली के दौरे पर आए मुख्यमंत्री से ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। उन्होंने नाव पलटने के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने की मांग की। बुधवार शाम ब्रह्मपुत्र में नाव पलटने और डूब जाने के बाद कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लापता हो गए।