असम खदान त्रासदी : नौसेना के गोताखोरों को बचाव अभियान से हटाया गया

असम खदान त्रासदी : नौसेना के गोताखोरों को बचाव अभियान से हटाया गया

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  • Publish Date - January 14, 2025 / 01:05 PM IST,
    Updated On - January 14, 2025 / 01:05 PM IST

गुवाहाटी, 14 जनवरी (भाषा) असम के दीमा हसाओ जिले में एक कोयला खदान से पानी निकालने का काम मंगलवार को नौवें दिन भी जारी रहने के बीच उसमें फंसे हुए पांच खनिकों के बचे होने की संभावना और कम होती जा रही है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

इस बीच, नौसेना के गोताखोरों को बचाव अभियान से हटा लिया गया है।

तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) और ‘कोल इंडिया’ द्वारा लाई गई विशेष पंपिंग मशीनों की मदद से 340 फुट गहरी खदान से पानी निकाला जा रहा है।

एक अधिकारी ने बताया कि जलस्तर, जो शुरू में 100 फुट पर था, धीरे-धीरे कम हो रहा है और सोमवार को इसमें तीन मीटर की और कमी आई।

उन्होंने कहा कि यह कहना कठिन है कि पानी कब पूरी तरह से साफ हो जाएगा या खदान के अंदर बचाव और तलाशी अभियान कब फिर से शुरू होगा।

एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘सात जनवरी से बचाव अभियान के लिए बुलाए गए नौसेना के गोताखोरों को वापस बुला लिया गया है और उन्हें घटनास्थल से बाहर भेज दिया गया है।’’

गुवाहाटी से लगभग 250 किलोमीटर दूर उमरंगशु में छह जनवरी को खदान के अंदर नौ श्रमिक फंस गए थे, जिनमें से अब तक चार शव बरामद किए गए हैं।

पहले दिन से ही नौसेना, सेना, असम राइफल्स, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से बचाव अभियान शुरू किया था।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पहले दावा किया था कि इस खदान को 12 साल पहले बंद कर दिया गया था और तीन साल पहले तक यह असम खनिज विकास निगम के अधीन थी।

उन्होंने कहा कि खदान के मजदूरों के नेता को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस जांच कर रही है

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने इस खनन त्रासदी की एसआईटी जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है।

भाषा रवि कांत रवि कांत नरेश

नरेश