हैदराबाद। तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव होना है। जिसके लिए सभी उम्मीदवारों ने प्रचार प्रसार तेज कर दिया है। तो वहीं दो दिन पहले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवैसी के विधायक भाई का पुलिस को धमकाते हुए वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें असदुद्दीन औवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी एक पुलिसवाले को खुलेआम धमकी देते हुए नजर आए। सोशल मीडिया पर उनका ये वीडियो जमकर वायरल हुआ। इतना ही नहीं अकबरुद्दीन ओवैसी पर तो असम के सीएम हिमंता सरमा बिस्वा ने भी निशाना साध दिया।
जब असम के सीएम हिमंता सरमा बिस्वा से इस पर प्रतिक्रिया ली तो उन्होंने कहा, अगर असम में ऐसा हुआ होता तो मामला पांच मिनट में सुलझ गया होता। तेलंगाना में तुष्टिकरण की राजनीति के कारण न तो बीआरएस और न ही कांग्रेस कुछ कह रही है। अगर आप खुलेआम पुलिस को धमकी दे सकते हैं तो लोगों को खतरा महसूस होगा।
इससे पहले साउथ ईस्ट जोन के डीसीपी रोहित राजू ने बताया कि अकबरुद्दीन औवेसी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने कहा, मामला आईपीसी की धारा 353 (आधिकारिक कर्तव्यों में बाधा डालना) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया है।
अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर पर प्रतिक्रिया देते हुए अकबरुद्दीन ने कहा, “डीसीपी और पुलिस झूठ बोल रहे हैं। सबसे पहले मेरे पास उनके मंच पर आने का वीडियो फुटेज है। अगर मैं रात 10 बजे के बाद भाषण देता हूं तो पुलिस मुझ पर मामला दर्ज कर सकती है। लेकिन सार्वजनिक बैठक में बाधा डालना और यह कहना कि समय समाप्त हो गया है, यह गलत है। पुलिस को ऐसा नहीं करना चाहिए।