Assam BJP woman leader’s suicide: गुवाहाटी, 27 अगस्त । असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता इंद्राणी तहबीलदार की आत्महत्या के मामले के तार मौजूदा राज्य सरकार के कार्यकाल में हुए ‘नौकरी के बदले नकदी घोटाले’ मामले से जुड़ रहे हैं और पुलिस ने इस संबंध में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
ये सभी आरोपी भाजपा से करीबी रूप से जुड़े रहे हैं और उन्हें भर्ती प्रक्रिया में उनकी कथित भूमिका के लिये गिरफ्तार किया गया है।
भाजपा किसान मोर्चा की नेता तहबीलदार की पार्टी के एक अन्य नेता के साथ कुछ अंतरंग तस्वीरें सोशल मीडिया में प्रसारित हो गई थीं, जिसके बाद उन्होंने 11 अगस्त को कथित तौर पर नींद की गोलियां अधिक मात्रा में खाकर आत्महत्या कर ली थी।
गुवाहाटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,‘‘ हमने शनिवार रात को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या पांच हो गई है।’’
अधिकारी ने हालांकि ब्योरा देने से इनकार करते हुए कहा कि मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा,‘‘वर्तमान में सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं।’’
भाजपा किसान मोर्चा के संयुक्त कार्यालय सचिव तृष्णा शर्मा को ‘स्कैंडल’ के सामने आने के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उन्हें यहां चांदमारी पुलिस थाने में दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया है।
गुवाहाटी पुलिस ने इससे पहले आत्महत्या मामले में अनुराग चालिहा, दीबान डेका, रेखांत दास और असीम चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था।
डेका भाजपा किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे। उन्हें असम पुलिस भर्ती परीक्षा पत्र लीक घोटाले में कथित भूमिका के लिए अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के तत्काल बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। भाजपा के पूर्व नेता मामले के मुख्य आरोपियों में से एक थे और हाल ही में उन्हें जेल से रिहा किया गया था। उन्होंने 2011 में विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था और 2021 में भी उनका चुनाव लड़ने का इरादा था।
दास किसान मोर्चा के नलबाड़ी जिला अध्यक्ष थे और आत्महत्या के बाद उनका नाम ‘नौकरी के बदले नकदी घोटाला’ मामले में सामने आने के बाद उन्हें पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया।
चालिहा भी किसान मोर्चा के नेता थे, उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया है। चक्रवर्ती पहले भाजपा के कार्यकर्ता थे और अब भी पार्टी के साथ उनके करीबी संबंध हैं।
पुलिस ने शुरुआत में मामले की जांच आत्महत्या के मामले के तौर पर शुरू की, लेकिन चालिहा की गिरफ्तारी के बाद इसमें घोटाले का कोण सामने आया। उनके आवास से विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिये भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड बरामद हुए थे।
इस बीच, मृत महिला भाजपा नेता और उनके साथियों के बीच बातचीत के ऑडियो क्लिप से भी मामले के विभिन्न पहलू उजागर हुए।
एक सूत्र ने कहा कि गिरफ्तार किए गए इन पांच आरोपियों ने पूछताछ के दौरान भाजपा के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम लिए हैं, जिनमें नगर निगम के एक उपाध्यक्ष भी शामिल हैं, जो अगले साल लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। सूत्र ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में ‘महत्वपूर्ण सूचनाओें’ का खुलासा किया है।
इतने सारे पार्टी पदाधिकारियों की संलिप्तता के बारे में पूछे जाने पर, भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता रूपम गोस्वामी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कानून अपना काम करेगा। पार्टी किसी भी कानूनी और जांच के मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी।’’
विपक्षी दल कांग्रेस की महिला नेताओं ने 24 अगस्त को असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की थी और भाजपा नेता की आत्महत्या के मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की।
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