नई दिल्ली। कोरोना काल में लाखों मजूदरों ने पलायन किया। मजदूर साइकिल से ही अपने घरे के लिए निकल पड़े। जिनमे से कई लोगों को शासन ने सहरानपुर में क्वारंटाइन किया था और फिर यहां से उन्हें जाने के लिए बस की व्यवस्था की गई थी। दो साल से अधिक वक्त खड़ी हुई मजदूरों कि करीब 11 हजार साइकिलों को प्रशासन ने नीलाम कर दिया। जिसके बाद ओवेसी भड़क गए लेकिन प्रशासन ने इस संबंध में कुछ और ही सफाई दी है।
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ओवैसी ने इस संबंध में ओवैसी ट्विटर पर इससे जुड़े एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि ‘सरकारी कम्पनियों को बेचते-बेचते अब गरीबों की साइकिल भी बेच दी जा रही हैं। भाजपा का वश चले तो ये सीधे-सीधे आपकी जायदाद में हिस्सा मांग लें।’ ओवैसी ने पियूष राय के उस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें साइकिल का वीडियो शेयर किया गया और बेचे जाने की जानकारी दी गई है।
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