नई दिल्ली। देशभर में लॉकडाउन के बीच 9 अप्रैल गुरुवार को शब-ए-बारात के दिन मुस्लिम धर्म गुरुओं ने लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। घर पर ही रहकर इबादत करने को कहा गया है। शब-ए-बारात मुस्लिम समुदाय के लिए ये इबादत की रात होती है। लोग इस दिन अपने बुजुर्गों की कब्र पर जाते हैं।
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हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते उलेमाओं ने इस बार घर से ही इबादत करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बाहर न निकलने की अपील की है। शब-ए-बारात की रात में कब्रिस्तान न जाने की भी सलाह दी गई है।
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धर्म गुरुओं ने कहा है कि शब-ए-बारात इबादत की रात कब्रिस्तान जाना जरूरी नहीं होता है। इसीलिए सभी अपने घरों में ही रहकर इबादत करें और अपने रिश्तेदारों के अलावा पूरे मुल्क व दुनिया की सलामती के लिए दुआ करें। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने का एक यही तरीका है कि हम अपने-अपने घरों में रहें। लॉकडाउन का पालन करें और कानून को अपने हाथ में न लें।
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कोरोनावायरस के चलते इस बार मुस्लिम धर्मगुरूओं और बुद्धजीवियों ने अपील की है कि शब-ए-बारात के मौके पर कब्रिस्तान, दरगाह अथवा मजारों पर जाने से बचें। घर पर ही सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए इबादत करें।