आंध्रप्रदेश के स्टार्ट-अप ने इसरो के पीओईएम-4 पर अल्ट्रा-हाई-फ्रीक्वेंसी संचार तकनीक का परीक्षण किया

आंध्रप्रदेश के स्टार्ट-अप ने इसरो के पीओईएम-4 पर अल्ट्रा-हाई-फ्रीक्वेंसी संचार तकनीक का परीक्षण किया

  •  
  • Publish Date - January 3, 2025 / 05:11 PM IST,
    Updated On - January 3, 2025 / 05:11 PM IST

नयी दिल्ली, तीन जनवरी (भाषा) आंध्र प्रदेश स्थित अंतरिक्ष स्टार्ट-अप ‘एन स्पेस टेक’ ने शुक्रवार को कहा कि उसने इसरो के पीओईएम-4 प्लेटफॉर्म पर अपने पेलोड स्वेचासैट पर स्वदेशी रूप से विकसित अल्ट्रा-हाई-फ्रीक्वेंसी संचार प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।

स्टार्ट-अप को 1 जनवरी को रात 9 बजकर 20 मिनट पर बेंगलुरु स्थित इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) के भू केंद्र पर स्वेचासैट-वी0 द्वारा भेजे गए डेटा पैकेजों का पहला सेट प्राप्त हुआ।

एन स्पेस टैक की सह-संस्थापक दिव्या कोथामासु ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “यह उल्लेखनीय उपलब्धि सटीकता और विश्वसनीयता के साथ अल्ट्रा-हाई-फ्रीक्वेंसी (यूएचएफ) संचार में हमारी क्षमता को प्रदर्शित करती है, तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में अग्रणी के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करती है। यह उपग्रह-संचार प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के हमारे प्रयास में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।”

उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि के आधार पर, स्टार्ट-अप अब केयू-बैंड तक की क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए भविष्य के मिशनों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

स्वेचासैट पेलोड के संचार, ऊर्जा, कंप्यूटिंग और संवेदी मॉड्यूल को एन स्पेस टेक में स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया था।

एन स्पेस टेक उपग्रह-संचार प्रणालियों और अंतरिक्ष समाधानों में विशेषज्ञता रखता है। इसकी स्थापना 2020 में की गयी थी।

भाषा प्रशांत मनीषा

मनीषा