बीड, 25 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने बीड में मारे गए सरपंच संतोष देशमुख के परिवार से बुधवार को मुलाकात करने के बाद कहा कि अराजकता को अनियंत्रित नहीं होने दिया जाना चाहिए क्योंकि इसके बहुत बुरे परिणाम हो सकते हैं।
बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का एक टोल बूथ के पास से अपहरण के बाद उनकी हत्या कर दी गयी थी। इस घटना के बाद नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। विपक्ष ने भाजपा नीत महायुति सरकार पर कड़ी कार्रवाई करने में विफल रहने और एक मंत्री के सहयोगी को छूट देने का आरोप लगाया।
लातूर से कांग्रेस विधायक अमित देशमुख भी थोराट के साथ मौजूद थे। उन्होंने सरपंच के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
देशमुख के परिजनों ने ‘‘न्याय’’ की मांग की। संतोष देशमुख के भाई ने थोराट को मामले की विस्तृत जानकारी दी।
थोराट ने कहा कि यह पूरी घटना हैरान कर देने वाली है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अराजकता को अनियंत्रित नहीं होने दिया जा सकता। अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो अराजकता के बहुत बुरे परिणाम हो सकते हैं।’’
उन्होंने कथित तौर पर उन घटनाओं का हवाला दिया जिनमें बीड पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया था।
महाराष्ट्र पुलिस का अपराध जांच विभाग (सीआईडी) सरपंच हत्या के मामले की जांच कर रहा है। इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कैज की एक अदालत ने सोमवार को आरोपी जयराम चाटे, महेश केदार और प्रतीक घुले को छह जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया जबकि चौथा आरोपी विष्णु चाटे 27 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से एक विष्णु चाटे ने बीड जिले में पवनचक्की लगाने वाली एक ऊर्जा कंपनी से कथित तौर पर 2 करोड़ रुपये की मांग की थी और मांगें पूरी न होने पर परिचालन बंद कराने की धमकी दी थी।
पुलिस के अनुसार, सरपंच देशमुख ने जबरन वसूली रोकने की कोशिश की थी, इसलिए उन्हें अगवा कर लिया गया और उन्हें प्रताड़ित करने के बाद उनकी हत्या कर दी गयी। इस मामले में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने पिछले सप्ताह देशमुख के परिजनों से मुलाकात की थी। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी देशमुख के परिवार से मुलाकात की थी।
भाषा प्रीति अविनाश
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