अमृतसर: पूरा देश आज विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। लेकिन भारत में एक ऐसा शहर भी है जहां रावण दहन तो दूर दशहरा पर्व का नाम सुनकर भी लोगों की रूह कांप जाती है। दरअसल बीते साल यहां दशहर उत्सव के दौरान ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ था, जिसमें लगभग 200 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद पूरे शहर में दशहरे की खुशियां मातम में बदल गई थी। आइए जानते हैं कि कौन सा ये शहर और क्या हादसा हुआ था।
दरअसल हम बात कर रहे हैं पंजाब के अमृतसर की, जहां जोड़ा फाटक पर 19 अक्टूबर 2018 को रवण दहन के दौरान दर्दनाक हादसे में 200 लोगों की मौत हो गई थी। 19 अक्टूबर की शाम जोरा फाटक पर पूरा शहर दशहरा उत्सव देखने के लिए जमा हुआ था। इसी दौरान भीड़ ज्यादा होने पर कुछ लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हो गए थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार ट्रेन आई और 59 लोगों को रौंदते हुए निकल गई। देखते ही देखते उत्सव मातम में बदल गया। इस दर्दनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। किसी ने अपना बेटा खो दिया तो किसी ने अपना पिता, किसी की बेटी नहीं रही तो कोई मां की ममता से महरूम हो गया। दर्जनों आंगन दुखाें में डूब कर सूने हो गए।
इस हादसे के बाद से पीड़ित परिजन आज भी मुआवजे के लिए सरकार ओर आस लगाए देख रहे हैं, लेकिन हादसे को एक साल बीतने के बाद भी किसी को न्याय नहीं मिला है। हादसे को याद कर पीड़ितों ने इस बात दशहरा उत्सव नहीं मनाने का फैसला लिया है। इस अवसर पर पीड़ितों ने रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।