Amit Shah press conference today most important points : नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मंगलवार को संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर टिप्पणी की, जिस पर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अमित शाह को केंद्रीय कैबिनेट से हटाने की मांग की है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अमित शाह ने कहा कि अगर कांग्रेस को संतुष्ट करने के लिए वह इस्तीफा भी दे दें, तो भी इससे उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को अगले 15 साल तक विपक्ष में ही बैठना होगा।”
बुधवार शाम को गृह मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इस विवाद पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “पिछले दिनों संसद में संविधान पर विस्तृत चर्चा हुई। लेकिन कांग्रेस ने जिस तरह से तथ्यों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करने की कोशिश की, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।”
Amit Shah press conference today most important points : अमित शाह ने आगे कहा, “भाजपा के नेताओं ने तथ्यों के आधार पर अपनी बात रखी। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा संविधान और डॉ. अंबेडकर का विरोध किया है। आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने संविधान के मूल ढांचे को चोट पहुंचाई थी। सावरकर जैसे महान विभूतियों का अपमान कर और संवैधानिक मूल्यों का हनन कर कांग्रेस ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है।”
गृह मंत्री के बयान के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि संविधान पर बोलने का नैतिक अधिकार उसी पार्टी को है, जिसने इसे लागू करने और संरक्षित करने में योगदान दिया हो।
Addressing a press conference in New Delhi. Watch Live… https://t.co/xeoNlGQGu3
— Amit Shah (@AmitShah) December 18, 2024
अमित शाह ने कांग्रेस पर संविधान और डॉ. भीम राव आंबेडकर के विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल के दौरान संविधान का अपमान किया और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का काम किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अमित शाह को कैबिनेट से हटाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि अमित शाह ने डॉ. आंबेडकर के संदर्भ में अनुचित बयान दिया।
अमित शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संविधान को बार-बार कमजोर किया है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने सावरकर और आपातकाल के दौरान संविधान का विरोध किया।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के आरोपों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता और उनके इस्तीफे से कांग्रेस की समस्याओं का हल नहीं होगा।
प्रेस कांफ्रेंस का उद्देश्य संसद में संविधान पर हुई बहस के दौरान कांग्रेस द्वारा फैलाए गए तथ्यों के कथित तोड़-मरोड़ पर प्रतिक्रिया देना और भाजपा का पक्ष स्पष्ट करना था।