Alert Over Nipah Virus: केरल राज्य में निपाह वायरस का ख़तरा बढ़ गया है। कोझिकोड जिले में दो संदिग्ध मौतों के बाद स्वास्थ्य अलर्ट जारी कर दिया गया है। बता दें कि दक्षिण भारत में निपाह वायरस का पहला मामला 19 मई, 2018 को कोझिकोड में ही मिला था।
हालही में केरल के कोझिकोड जिले में दो लोगों की संदिग्ध मौत के बाद सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने निपाह वायरस (NiV) से संबंधित अलर्ट जारी कर दिया है।
विभाग ने सोमवार रात एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि एक निजी अस्पताल से बुखार के बाद दो लोगों संदिग्ध मौत की सूचना मिली है और ऐसा संदेह है कि उनकी मौत की वजह निपाह वायरस हो सकता है। बता दें कि मरने वालों में से एक के रिश्तेदार को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
आइये जानते है आखिर क्या है निपाह वायरस और उसके लक्षण?
यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर बीमारी को जन्म देता है। शोध में सामने आया है कि निपाह वायरस चमगादड़ों की लार से फैलता है। 1998 में मलेशिया के कम्पंग सुंगाई निपाह से इस वायरस को नाम मिला। शुरुआत में इस बीमारी के वाहक सूअर बने थे। सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक इस वायरस का इंफ़ेक्शन एंसेफ्लाइटिस से जुड़ा है, जिसमें दिमाग़ पर असर होता है।
इस वायरस की चपेट में आने से आप तीन से 14 दिन तक तेज़ बुख़ार और सिरदर्द से घिर जाएंगे। 24-48 घंटों में मरीज़ कोमा में पहुंच सकता है। इंफ़ेक्शन के शुरुआती दौर में सांस लेने में समस्या होती है, कुछ मरीज़ों में दिमाग में सूजन आने के साथ न्यूरोलॉजिकल दिक्कतें भी होती हैं। मांसपेशियों में दर्द होता है
जानकारों के अनुसार निपाह वायरस के गंभीर मामलों में 90% लोग अपनी जान गवां देते हैं। फिलहाल निपाह से बचने का इलाज सिर्फ सावधानी है। चमगादड़ और सूअर के संपर्क में आने से बचना होगा, जमीन या फिर सीधे पेड़ से गिरे फल ना खाने से परहेज करें, मास्क लगाकर रखना और समय-समय पर हाथ धोते रहना अच्छा उपाय है।
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