Agneepath Scheme : नई दिल्ली। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर देख के कई राज्यों में बवाल मचा हुआ है। युवा इस योजना के विरोध में सड़कों पर उतर आएं हैं। अग्निपथ योजना के खिलाफ लगातार प्रदर्शन, नारेबाजी और हिंसा की जा रही है। केंद्र युवाओं को समझाने का लगातार प्रयास कर रही है। इस बीच महिंद्रा ग्रुप के चेयरमेन आनंद महिंद्रा ने बड़ा ऐलान किया है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
महिंद्रा ग्रुप ने सेना में चार साल की सेवा के बाद ‘अग्निवीरों’ को रोजगार देने का ऐलान किया है। उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर जारी हिंसा पर बहुत दुःख जताया है। इसके साथ ही उन्होंने अग्निवीरों को मिलने वाली ट्रेनिंग को खास बताया है। इसके बाद आनंद महिंद्रा ने इन युवाओं को चार साल की सेवा के बाद ‘अग्निवीरों’ बनने के बाद नौकरी देने की घोषणा की है। बता दें देश के कई राज्यों में योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। कई संगठनों ने सोमवार को भारत बंद का ऐलान किया है।
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दरअसल, महिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘अग्निपथ प्रोग्राम को लेकर जारी विरोध से दुखी हूं। बीते साल जब योजना पर विचार किया गया था, तो मैंने कहा था और मैंने दोहराया था कि अग्निवीर जो अनुशासन और कौशल सीखेंगे, वह उन्हें खासतौर से रोजगार के लायक बना देगा। महिंद्रा ग्रुप ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के मौके का स्वागत करता है।’
देशभर में अग्निपथ योजना को लेकर बवाल हो रहा है। बीते कई दिनों से प्रदर्शनकारियों ने अग्निवीरों के भविष्य को लेकर सवाल उठाए गए हैं। नई व्यवस्था के तहत अग्निपथ के जरिए भर्ती होने वाले अग्निवीरों को चार सालों तक सेना में सेवा का मौका मिलेगा। हालांकि केंद्र ने अग्निवीरों के लिए चार साल पुरे होने के बाद 25 फीसदी सैनिकों की सेवा में विस्तार की बात कही है। बता दें इससे पहले सैनिक 20 साल का कार्यकाल पूरा करते थे।
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना ने ‘अग्निपथ सेनाभर्ती योजना’ के तहत सेना में शामिल होने के इच्छुक आवेदकों के लिए रविवार को दिशा-निर्देश और अन्य संबंधित जानकारी जारी की है। इसमें सेना ने कहा कि ‘अग्निवीर’ भारतीय सेना में अलग श्रेणी होगी जो मौजूदा रैंक से अलग होगी और उन्हें किसी भी रेजीमेंट या यूनिट में तैनात किया जा सकेगा। सेना ने कहा कि सरकारी गोपनीयता कानून, 1923 के तहत ‘अग्निवीरों’ को चार साल की सेवा के दौरान मिली गोपनीय सूचनाओं को किसी भी अनाधिकारिक व्यक्ति या सूत्र को बताने से प्रतिबंधित किया जाएगा।
सेना ने कहा, ”इस योजना के लागू होने से सेना के मेडिकल ब्रांच के टेक्निकल कैडर के अलावा अन्य सभी सामान्य कैडरों में सैनिकों की नियुक्ति सिर्फ उन्हीं के लिए खुलेगी जिन्होंने बतौर अग्निवीर अपना कार्यकाल पूरा किया है।” सेना ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सेवा काल समाप्त होने से पहले ‘अग्निवीर’ अपनी इच्छा से सेना नहीं छोड़ सकेंगे।
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