वोक्कालिगा महंत के बाद अब वीरशैव लिंगायत के धर्मगुरु ने मुख्यमंत्री पद समुदाय को देने की मांग की

वोक्कालिगा महंत के बाद अब वीरशैव लिंगायत के धर्मगुरु ने मुख्यमंत्री पद समुदाय को देने की मांग की

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  • Publish Date - June 28, 2024 / 05:43 PM IST,
    Updated On - June 28, 2024 / 05:43 PM IST

चिकोडी(कर्नाटक), 28 जून (भाषा)वोक्कालिगा महंत द्वारा सार्वजनिक रूप से कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से पद छोड़ने और उप मुख्यमंत्री डी.के.शिवकुमार के लिए मार्ग प्रशस्त करने की अपील करने के एक दिन बाद वीरशैव लिंगायत समुदाय के प्रमुख महंत ने शुक्रवार को अपील की कि मुख्यमंत्री बदलने की स्थिति में उनके समुदाय के मंत्रियों के नामों पर विचार किया जाए।

श्रीशैल जगदगुरु चन्ना सिद्धर्म पंडितराध्याय स्वामीजी ने उप मुख्यमंत्री के और पद सृजित करने की स्थिति में वीरशैव-लिंगायत समुदाय के मंत्रियों को उक्त पद देने पर विचार करने की भी मांग की। उन्होंने रेखांकित किया कि राज्य में सरकार बनाने के लिए उनके समुदाय के मत अहम रहे हैं।

महंत ने कहा,‘‘कर्नाटक राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम और जो खबरें सामने आ रही हैं, वे चर्चा में हैं। यदि मुख्यमंत्री पद में बदलाव होता है और अतिरिक्त उपमुख्यमंत्री पद सृजित होते हैं तो ऐसी स्थिति में, मैं पार्टी (कांग्रेस) और सरकार से आग्रह करता हूं कि वीरशैव-लिंगायत समुदाय से आने वाले मंत्रियों को प्राथमिकता दी जाए।’’

उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ इसका कारण यह है कि सरकार गठन के समय वीरशैव-लिंगायत के मत निर्णायक थे। इसलिए वीरशैव-लिंगायत मंत्रियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ईश्वर खंड्रे, एम बी पाटिल, एस एस मल्लिकार्जुन जैसे मंत्रियों के नाम पर विचार किया जाना चाहिए और उनके अनुभव का उपयोग किया जाना चाहिए। मेरा आग्रह है कि उन्हें अवसर दिया जाना चाहिए।’’

विश्व वोक्कालिगा महासमस्तन मठ के महंत कुमार चंद्रशेखरनाथ स्वामीजी ने बृहस्पतिवार को बेंगलुरू के संस्थापक केम्पेगौड़ा की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी में शिवकुमार के पक्ष में आवाज उठाई थी।

कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से हैं। यह समुदाय राज्य के दक्षिणी भागों में एक प्रमुख समुदाय है।

चंद्रशेखरनाथ स्वामीजी ने कहा, ‘‘ राज्य में हर कोई मुख्यमंत्री बन गया है और सत्ता का सुख सभी ने भोगा है, लेकिन हमारे डी के शिवकुमार अभी तक मुख्यमंत्री नहीं बन पाए हैं, इसलिए अनुरोध है कि सिद्धरमैया कृपया हमारे डी के शिवकुमार को सत्ता सौंप दें और उन्हें आशीर्वाद दें।’’

यह मांग ऐसे समय आई है जब सिद्धरमैया से वीरशैव-लिंगायत, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक समुदायों से एक-एक उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग की जा रही है।

भाषा धीरज नरेश

नरेश