Adani Group on Mahua Moitra: तृणमूल कांग्रेस की दिग्गज नेता महुआ मोइत्रा पर संसद में अडानी के खिलाफ सवाल पूछने के बदले रिश्वत और गिफ्ट लेने वाले आरोप के बाद सियासत गरमा गई है। अब इस मामले में अडानी ग्रुप का बड़ा बयान सामने आया है। सोमवार को अडानी ग्रुप के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने एक विस्तृत अपराधी के कमीशन को रिकॉर्ड में लाते हुए सीबीआई के पास शिकायत दर्ज की। जिससे यह साबित होता है कि कुछ ग्रुप और व्यक्ति हमारे नाम, सद्भावना और बाजार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा, एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में, रविवार, 15 अक्टूबर 2023 को, सुप्रीम कोर्ट के एक वकील जय अनंत देहाद्राई ने एक विस्तृत अपराधी के कमीशन को रिकॉर्ड में लाते हुए एक शपथ पत्र के रूप में सीबीआई के पास शिकायत दर्ज कराई है।”
बयान में कहा गया, ‘ सांसद महुआ मोइत्रा और हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ दर्शन हीरानंदानी द्वारा विशेष रूप से संसदीय प्रश्नों के माध्यम से गौतम अडानी और उनकी कंपनियों के समूह को निशाना बनाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने आगे कहा है कि इसके बदले में, मोइत्रा को श्री हीरानंदानी से रिश्वत और अनुचित लाभ मिला…यह घटनाक्रम 9 अक्टूबर 2023 के हमारे बयान की पुष्टि करता है कि कुछ समूह और व्यक्ति हमारे नाम, सद्भावना और बाजार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा है कि अदानी समूह और हमारे अध्यक्ष गौतम अदानी की प्रतिष्ठा और हित 2018 से कायम हैं…”
Spokesperson, Adani Group says, "In a shocking development, on Sunday, 15 Oct 2023, a Supreme Court lawyer Jai Anant Dehadrai, filed a complaint with the CBI in the form of a sworn affidavit bringing on record “the commission of an elaborate criminal conspiracy” by MP Mahua… pic.twitter.com/6UiI4OkHC6
— ANI (@ANI) October 16, 2023
दरअसल, भाजपा लोकसभा सांसद निशिकांत दूबे ने रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने ने स्पीकर को लिखे पत्र में कहा था कि टीएमसी सांसद और बिजेनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के बीच अडानी के खिलाफ संसद में प्रश्न पूछने के बदले रिश्वत का लेन देन हुआ है। उन्होंने आगे कहा था कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक जांच कमेटी बनाई जाए और इन्हें तत्काल प्रभाव से संदन से निलंबित किया जाए। उन्होंने अपने पत्र में 50 से ज्यादा बिजनेसमैन से लिंक की बात कही थी।