अदाणी समूह उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध : गौतम अदाणी

अदाणी समूह उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध : गौतम अदाणी

  •  
  • Publish Date - January 22, 2025 / 12:30 AM IST,
    Updated On - January 22, 2025 / 12:30 AM IST

महाकुंभ नगर, 21 जनवरी (भाषा) अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी मंगलवार को अपनी पत्नी प्रीति अदाणी के साथ महाकुंभ में आए और उन्होंने मीडिया से कहा कि उनका समूह उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में भारी अवसर मौजूद हैं और प्रदेश सरकार विकास को लेकर जिस दिशा में काम कर रही है, उसमें अदाणी समूह का निरंतर योगदान रहेगा। अदाणी समूह उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश करने को लेकर प्रतिबद्ध है।”

अदाणी ने महाकुंभ के अनुभव के बारे में कहा, “यहां की भव्यता और व्यवस्था के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देशवासियों की तरफ से धन्यवाद देता हूं।”

उन्होंने कहा, “इस मेले में करोड़ों लोग आते हैं और यहां सफाई और अन्य व्यवस्थाएं मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट और कॉरपोरेट हाउस के लिए शोध का विषय है। यहां आकर बहुत अद्भुत अनुभव हुआ।”

प्रयागराज की यात्रा को लेकर अदाणी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “अद्भुत, अद्वितीय एवं अलौकिक। प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गई हैं।”

उद्योगपति ने अपने पोस्ट में लिखा, “कुंभ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षाबलों को मैं ह्रदय से धन्यवाद देता हूं। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे।”

अदाणी ने इस पोस्ट में महाप्रसाद बनाते हुए और इसका वितरण करते हुए अपनी फोटो और मटर छीलते हुए अपनी पत्नी की फोटो भी साझा की।

अदाणी समूह के एक अधिकारी ने बताया कि गौतम अदाणी ने अपनी पत्नी और अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन प्रीति अदाणी के साथ गंगा में स्नान किया और पूजा अर्चना भी की। उन्होंने गंगा तट पर स्थित शंकर विमान मंडपम मंदिर में माथा टेका और हनुमान जी के दर्शन और पूजन किया।

उल्लेखनीय है कि अदाणी समूह ने महाकुंभ मेले में प्रसाद वितरण के लिए इस्कॉन के साथ गठबंधन कर रखा है और गौतम अदाणी प्रसाद वितरण सेवा में सहभागी बनने के लिए प्रयागराज आए थे।

भाषा

राजेंद्र, रवि कांत रवि कांत