दिल्ली विश्वविद्यालय में डूसू चुनाव को लेकर तेज हुईं गतिविधियां

दिल्ली विश्वविद्यालय में डूसू चुनाव को लेकर तेज हुईं गतिविधियां

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  • Publish Date - September 25, 2024 / 05:47 PM IST,
    Updated On - September 25, 2024 / 05:47 PM IST

(श्रुति भारद्वाज)

नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गयी है और चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार रेंज रोवर और थार समेत महंगी गाडियों के काफिले लेकर प्रचार करने के लिए निकल रहे हैं।

चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन के तौर पर दूसरे राज्यों से सैकड़ों लोगों को लाया गया है।

उत्तर प्रदेश के मेरठ से आए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के समर्थक सुधांशु चहल ने कहा, “लगभग 100-150 लोग हैं जो विभिन्न राज्यों से एबीवीपी का समर्थन करने के लिए यहां आए हैं। हमें परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं है लेकिन हम पर्चे बांटते हैं, बैनर चिपकाते हैं और प्रचार के लिए नारे लगाते हैं।”

तेलंगाना से आए कांग्रेस के छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के राष्ट्रीय प्रतिनिधि वाई. पवन ने बताया कि तेलंगाना से 100 समर्थक छात्र संघ का समर्थन करने आए हैं।

पवन ने कहा, “हममें से लगभग 100 लोग एनएसयूआई उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए 15 सितंबर को तेलंगाना से यहां आए थे। हम जोरदार प्रचार कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि हमारा उम्मीदवार जीतेगा।”

लिंगदोह समिति के नियमों के अनुसार प्रति उम्मीदवार प्रचार खर्च 5,000 रुपये निर्धारित है, लेकिन प्रचार अभियानों के देखकर ऐसा नहीं लगता कि इस खर्च सीमा के तहत उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।

यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि छात्र यहां सड़क पर लंबी कतार में अपनी कारें पार्क करते हैं, जिससे भीड़भाड़ होती है और यातायात जाम हो जाता है।

अधिकारी ने कहा, “वे कारों का काफिला लेकर रैली निकालते हैं, जिससे इलाके में यातायात जाम हो जाता है और इसे प्रबंधित करना मुश्किल हो जाता है।”

उन्होंने कहा कि वह प्रतिदिन 50 से अधिक ऐसे वाहनों का चालान करते हैं।

इस बीच, सार्वजनिक संपत्ति के विरूपण के खिलाफ मुख्य निर्वाचन अधिकारी की चेतावनी के बावजूद, परिसर की दीवारें पोस्टरों और बैनरों से पटी रहीं।

निर्वाचन कार्यालय ने सोमवार को सभी उम्मीदवारों को 24 घंटे में अपने नाम और मतपत्र संख्या वाले प्रतिबंधित बैनर व पोस्टर हटाने का निर्देश दिया था।

हालांकि, इस आदेश का कोई असर जमीन पर नहीं दिखा।

डूसू चुनाव 27 सितंबर को होंगे और मतगणना 28 सितंबर को होगी।

भाषा

जोहेब प्रशांत

प्रशांत