Abhinav Arora Latest Interview with ANI Video : नई दिल्ली। 10 वर्षीय आध्यात्मिक कंटेंट क्रिएटर अभिनव अरोड़ा ने हाल ही में एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में ट्रोलिंग और साइबर बुलिंग के कारण अपनी स्कूली शिक्षा पर पड़ रहे प्रभाव के बारे में खुलकर बात की। तीन साल की उम्र से आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत करने का दावा करने वाले अभिनव का मानना है कि स्कूली शिक्षा और आध्यात्मिक शिक्षा दोनों ही जीवन में समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
अभिनव ने कहा, “मैं स्कूल जाता हूं और मेरा मानना है कि स्कूल की पढ़ाई और आध्यात्मिक शिक्षा दोनों का जीवन में अपना-अपना महत्व है। मैं इस समय कक्षा 5 में हूं। लेकिन फिलहाल ट्रोलिंग और साइबर बुलिंग के कारण मैं नियमित रूप से स्कूल नहीं जा पा रहा हूं। हालांकि, मैंने अपनी परीक्षाएं जरूर दी हैं।”
Abhinav Arora Latest Interview with ANI Video : अपनी लोकप्रियता और सोशल मीडिया फॉलोअर्स पर पूछे गए सवाल पर अभिनव ने कहा, “जो लोग मुझे फॉलो करते हैं या मेरे साथ सेल्फी खिंचवाते हैं, वे मेरे फॉलोअर्स नहीं हैं। वे ठाकुर जी (भगवान कृष्ण) के फॉलोअर्स हैं। मैं खुद को केवल एक माध्यम मानता हूं और जो भी प्यार मुझे मिलता है, वह कान्हा जी के चरणों में समर्पित है।”
अभिनव के पिता, तरुण राज अरोड़ा ने बताया कि उनका बेटा एक प्रतिभाशाली छात्र है और गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करने की इच्छा रखता है। लेकिन मौजूदा विवादों और सोशल मीडिया ट्रोलिंग के कारण, वह इस समय स्कूल की नियमित कक्षाओं में भाग नहीं ले पा रहा है।
Abhinav Arora Latest Interview with ANI Video : तरुण अरोड़ा ने कहा, “अभिनव ने अपनी आध्यात्मिक शिक्षा को घर से जारी रखा है। सोशल मीडिया पर जो नफरत देखने को मिल रही है, वह वास्तविकता से कोसों दूर है। उसकी सोशल मीडिया यात्रा एक बच्चे की जिज्ञासा का परिणाम है, जो अपनी नई सीख दुनिया के साथ साझा करना चाहता है।”
सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और आलोचना के बारे में बात करते हुए, तरुण अरोड़ा ने जोर दिया कि यह सब एक नकारात्मक प्रवृत्ति का हिस्सा है, जिसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे की यात्रा एक साधारण बच्चे की तरह शुरू हुई, जो अपनी रुचि और ज्ञान को दुनिया के सामने लाना चाहता था।
Abhinav Arora Latest Interview with ANI Video : अभिनव का यह इंटरव्यू सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के गंभीर प्रभाव और एक होनहार बच्चे की आध्यात्मिक और शैक्षिक यात्रा को समझने का अवसर प्रदान करता है।
#WATCH | Talking about himself Spiritual orator Abhinav Arora says, “I have never called myself a ‘Bal-sant’. This name has been given to me by the media. I am only a devotee of ‘Kanha ji’. All that I say is from my heart, I have not been tutored to say anything. I thank my… pic.twitter.com/ISzWQXSFFS
— ANI (@ANI) December 24, 2024
अभिनव अरोड़ा एक 10 वर्षीय आध्यात्मिक कंटेंट क्रिएटर हैं, जिन्होंने तीन साल की उम्र से अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू की। वे सोशल मीडिया पर अपने ज्ञान और अनुभवों को साझा करते हैं।
अभिनव ने एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में ट्रोलिंग और साइबर बुलिंग के कारण अपनी स्कूली शिक्षा पर पड़ रहे प्रभाव के बारे में खुलकर बात की। यह इंटरव्यू सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव और एक बच्चे की आध्यात्मिक यात्रा पर केंद्रित है।
जी हां, अभिनव कक्षा 5 में पढ़ते हैं, लेकिन ट्रोलिंग और साइबर बुलिंग के कारण वे नियमित स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अपनी परीक्षाएं दी हैं।
अभिनव के पिता तरुण राज अरोड़ा ने बताया कि उनका बेटा एक प्रतिभाशाली छात्र है और गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करना चाहता है। उन्होंने सोशल मीडिया ट्रोलिंग को नकारात्मक प्रवृत्ति बताया।
अभिनव का मानना है कि उनके फॉलोअर्स वास्तव में भगवान कृष्ण (ठाकुर जी) के फॉलोअर्स हैं। वे खुद को केवल एक माध्यम मानते हैं और अपने सभी प्यार को भगवान के चरणों में समर्पित करते हैं।