Operation Lotus in Punjab: नई दिल्ली। पंजाब में आम आदमी पार्टी के एकमात्र लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के एक दिन बाद वरिष्ठ आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि राज्य में ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाया जा रहा है। विपक्षी दल जब भाजपा पर राज्यों की सरकारों को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हैं तो इसे ‘ऑपरेशन लोटस’ करार देते हैं। भारद्वाज ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पंजाब में आप विधायकों ने बुधवार को कहा था कि उनमें से कई को फोन आ रहे हैं और भाजपा में शामिल होने के लिए पैसा, ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा तथा लोकसभा चुनाव में टिकट देने की पेशकश की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ‘ऑपरेशन लोटस’ चला रही है।’’ भारद्वाज ने रिंकू के भाजपा में जाने के फैसले पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब विधानसभा चुनाव (2022) में भाजपा का नंबर आप, शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के बाद चौथा था। सवाल यह है कि रिंकू भाजपा में क्यों शामिल हुए? लोकसभा सांसद के रूप में उनका कार्यकाल भी समाप्त हो गया है। जालंधर लोकसभा चुनाव में भी भाजपा चौथे स्थान पर रहेगी।’’ रिंकू को आम आदमी पार्टी ने इस बार भी जालंधर लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह जालंधर पश्चिम से पार्टी के विधायक शीतल अंगुराल के साथ बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा उन्हें जालंधर से अपना प्रत्याशी घोषित कर सकती है।
रिंकू पिछले साल कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए थे और जालंधर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीते थे। प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के इन कथित दावों पर कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2014 में न्यूयॉर्क में संगठन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी, भारद्वाज ने कहा कि यह शर्मनाक है कि भाजपा और उसके ‘ट्रोल’ एक आतंकवादी के आरोपों को पूर्ण सत्य मान रहे हैं। आप नेता ने कहा, ‘‘यह दिखाता है कि भाजपा राष्ट्र-विरोधी है।’’
Read more: Gwalior Crime News: सरेआम युवक को बदमाश ने मारी गोली, इलाके में फैली सनसनी…
Operation Lotus in Punjab: उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र अमेरिका और जर्मनी की सरकारों द्वारा भारत में लोकतंत्र पर चिंता व्यक्त करने और केजरीवाल के लिए निष्पक्ष सुनवाई की मांग करने से परेशान है। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अमेरिका और जर्मनी की सरकारों के बयान के बाद केंद्र सरकार ने दोनों देशों के राजनयिकों को तलब किया था। खबरों के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा था कि वाशिंगटन मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ एक निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध कानूनी प्रक्रिया चाहता है। आप की वरिष्ठ नेता आतिशी ने चुनावी बॉण्ड संबंधी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा को केंद्रीय एजेंसियों की जांच का सामना कर रहीं 41 कंपनियों से मिले पैसे का इस्तेमाल परोपकार कार्यों के लिए करना चाहिए।