नई दिल्ली। Ayushman Yojana V/S Sanjeevani Yojana: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक और योजना का ऐलान करते हुए दिल्ली के बुजुर्गों को ‘संजीवनी’ दी है। दरअसल, दिल्ली में आने वाले समय में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में सरकार जनता से जुड़ी योजनाओं को लागू कर रही है।
बता दें, दिल्ली में केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना लागू नहीं है, और केंद्र सरकार लगातार आरोप लगाती है कि राजनीति की वजह से AAP की सरकार दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू नहीं कर रही है, जबकि AAP का कहना है कि आयुष्मान योजना से बेहतर दिल्ली सरकार की अपनी हेल्थ स्कीम है। तो चलिए जानते हैं आप की संजीवनी योजना और केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना में क्या और किताना फर्क है।
दरअसल, आप की संजीवनी योजना में बुजुर्गों के लिए संजीवनी योजना लॉन्च कर दी है। इसके तहत राजधानी के 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों का इलाज निशुल्क होगा। इसमें इलाज का खर्च सब सरकार वहन करेगी। जबकि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत आधार कार्ड में जो जन्मतिथि लिखी होगी, उसके आधार पर अगर बुजुर्ग की आयु 70 वर्ष हो रही है तो उन सभी को अब इस योजना का लाभ मिलेगा।
वहीं केजरीवाल ने कहा कि, आने वाले दिनों में आप कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पंजीकरण शुरू किया जाएगा। जबकि आयुष्मान योजना में -नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के ऑनलाइन पोर्टल या फिर आयुष्मान ऐप के जरिए आवेदन कर ऑनलाइन कार्ड जनरेट किया जा सकेगा। मंत्रालय इसके लिए बड़े स्तर पर कैंपेन चलाएगा। अस्पतालों में भी हेल्प डेस्क होंगे और बुजुर्गों के स्पेशल कार्ड बनवाने में मदद की जाएगी।
Ayushman Yojana V/S Sanjeevani Yojana: संजीवनी योजना का लाभ हर आय वर्ग के लोगों को मिलेगा, यानी आय को लेकर कोई सीमा नहीं होगी। जबकि आयुष्मान योजना में जन आरोग्य योजना में देश भर में करीब 30 हजार अस्पताल इम्पैनल है, जिसमें से 13 हजार प्राइवेट और 17 हजार सरकारी अस्पताल है। इन सभी अस्पतालों में मरीज को भर्ती होने की स्थिति में पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही इस योजना में 70 वर्ष से ज्यादा उम्र के जो बुजुर्ग पहले से ही रजिस्टर्ड हैं, उन्हें स्पेशल कार्ड के लिए फिर से अप्लाई करना होगा, अगर उस परिवार में पति- पत्नी दोनों लोग 70 वर्ष से ज्यादा हैं, तो दोनों को टॉप अप का फायदा मिलेगा. पहले 5 लाख रुपये तक के खर्च पर इलाज होगा और उसके बाद पांच लाख रुपये का टॉप अप भी होगा।
आयुष्मान योजना और संजीवनी योजना दोनों ही स्वास्थ्य बीमा योजनाएं हैं, लेकिन इनका उद्देश्य और कवरेज अलग-अलग है। आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना है, जो गरीब और वंचित वर्ग को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है, जबकि संजीवनी योजना छोटे राज्यों और अन्य विशेष समूहों के लिए अधिक व्यक्तिगत स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करती है।
नहीं, आयुष्मान योजना और संजीवनी योजना का लाभ एक साथ नहीं लिया जा सकता। इन दोनों योजनाओं का चयन और लाभ केवल एक योजना के तहत किया जा सकता है, जो आपके पात्रता के आधार पर तय होता है।
आयुष्मान योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिन्हें उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता है। वहीं संजीवनी योजना विशेषकर उन समूहों और क्षेत्रों के लिए है जहां आयुष्मान योजना का पूर्ण कवरेज उपलब्ध नहीं होता।
आयुष्मान योजना और संजीवनी योजना दोनों के तहत योग्य लाभार्थियों को चयनित अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलता है। हालांकि, कुछ अतिरिक्त सेवाओं के लिए शुल्क लिया जा सकता है, जो योजना के दायरे में नहीं आते।
जी हां, आयुष्मान योजना और संजीवनी योजना में पंजीकरण की प्रक्रिया अलग-अलग है। आयुष्मान योजना का पंजीकरण सरकार द्वारा चयनित लाभार्थियों के लिए स्वचालित होता है, जबकि संजीवनी योजना के लिए आपको संबंधित राज्य या क्षेत्र में पंजीकरण कराना होता है।